अंतरराष्ट्रीय योग दिवस - 2022 : सीएम एंग्लो बंगाली इंटर कालेज में दिव्यांगजनों ने किया योग, वाराणसी में पहली बार हुआ आयोजन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को आज से 8 साल पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में स्थान दिया। इसके बाद पूरे विश्व में यह आयोजन बड़े स्तर पर होने लगा। इसी क्रम में मंगलवार को सीएम एंग्लो बंगाली, कमच्छा भेलूपुर के प्रांगण में दिव्यांगजनों ने योग किया। यह शिविर शहर की 40 से अधिक संस्थाओं जो दिव्यांग जनों के उत्थान का काम करती हैं ने संयुक्त रूप से किया था। इस योगाभयास में 80 दिव्यांगजनों, 80 से अधिक परिजनों और 40 से अधिक संस्था के लोगों ने योगाभयास किया। कुछ ऐसे लोग भी इस योगशिविर में शामिल हुए जो दिव्यांगों के प्रति सहानभूति नहीं समानभूति रखते हैं। दिव्यांगों के लिए लगातार कार्य करने वाले डॉ उत्तम ओझा ने बताया कि प्रधानमंत्री जी का संसदीय क्षेत्र है और सबसे  बड़ा विषय यह है कि योग जो पूरी दुनिया में आज मनाया जा रहा है उसका शुभारम्भ भी काशी से ही हुआ। महर्षि पतंजलि जिन्होंने योग की शुरुआत की वह काशी के ही थे। इसी क्रम में आज योग शिविर दिव्यांगजनों के लिए लगाया गया है जो कि पूरे बनारस में अकेला है।  
 

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को आज से 8 साल पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में स्थान दिया। इसके बाद पूरे विश्व में यह आयोजन बड़े स्तर पर होने लगा। इसी क्रम में मंगलवार को सीएम एंग्लो बंगाली, कमच्छा भेलूपुर के प्रांगण में दिव्यांगजनों ने योग किया। यह शिविर शहर की 40 से अधिक संस्थाओं जो दिव्यांग जनों के उत्थान का काम करती हैं ने संयुक्त रूप से किया था। इस योगाभयास में 80 दिव्यांगजनों, 80 से अधिक परिजनों और 40 से अधिक संस्था के लोगों ने योगाभयास किया। कुछ ऐसे लोग भी इस योगशिविर में शामिल हुए जो दिव्यांगों के प्रति सहानभूति नहीं समानभूति रखते हैं। दिव्यांगों के लिए लगातार कार्य करने वाले डॉ उत्तम ओझा ने बताया कि प्रधानमंत्री जी का संसदीय क्षेत्र है और सबसे  बड़ा विषय यह है कि योग जो पूरी दुनिया में आज मनाया जा रहा है उसका शुभारम्भ भी काशी से ही हुआ। महर्षि पतंजलि जिन्होंने योग की शुरुआत की वह काशी के ही थे। इसी क्रम में आज योग शिविर दिव्यांगजनों के लिए लगाया गया है जो कि पूरे बनारस में अकेला है।