BHU : विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि और CHS में लाटरी सिस्टम एडमिशन के विरोध में सेन्ट्रल ऑफिस पर छात्र दे रहे हैं धरना 

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और छात्रों के बीच सब कुछ ठीक नहीं दिखाई दे रहा है। बुधवार को वीसी कार्यालय पर हुए छात्र-सुरक्षाकर्मी गुरिल्ला युद्ध के बावजूद आज लगातार दुसरे दिन छात्र 400 रूपए फीस वृद्धि और CHS में लाटरी सिस्टम से एडमिशन के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। आज भी सेन्ट्रल ऑफिस का चैनल गेट छात्रों द्वारा बंद करके उसपर महामना, भगत सिंह और गांधी जी की तस्वीरें लगाकर विरोध कर रहे हैं। इस विरोध में गुरुवार को वो छात्र भी शामिल हुए जो वाराणसी में रहकर सीएचएस में कक्षा 9 और 11 में एडमिशन की तैयारी कर रहे थे। 
 

रिपोर्ट :  ओमकारनाथ 

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और छात्रों के बीच सब कुछ ठीक नहीं दिखाई दे रहा है। बुधवार को वीसी कार्यालय पर हुए छात्र-सुरक्षाकर्मी गुरिल्ला युद्ध के बावजूद आज लगातार दुसरे दिन छात्र 400 रूपए फीस वृद्धि और CHS में लाटरी सिस्टम से एडमिशन के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। आज भी सेन्ट्रल ऑफिस का चैनल गेट छात्रों द्वारा बंद करके उसपर महामना, भगत सिंह और गांधी जी की तस्वीरें लगाकर विरोध कर रहे हैं। इस विरोध में गुरुवार को वो छात्र भी शामिल हुए जो वाराणसी में रहकर सीएचएस में कक्षा 9 और 11 में एडमिशन की तैयारी कर रहे थे। 

विरोध करने वालों में कला संकाय के छात्र श्वेतम उपाध्याय ने बताया कि हम लोग कल से यहां धरने पर है क्योंकि हमारी जो फीस है वो दोगुनी कर दी गयी है। यहां पढ़ने वाले ज्यादातर ऐसे छात्र हैं जिनके परिजन 150 रुपये दिन कमाते हैं वो 400 रुपये की बढ़ोत्तरी कैसे बेयर करेगा। हर जगह फीस बढ़ा दी गयी है तो क्या अब यहां 10 हजार रुपये फीस देनी होगी और यह सही है तो मेरे हिसाब से यह गलत है। 

श्वेतम ने कहा कि महामना की कामना थी कि गरीब से गरीब वर्ग का और अमीर सभी शिक्षा के लिए एक ऐसे प्रांगण में आएं जहां एक सामान शिक्षा मिल सके, लेकिन यहां का प्रशासन इसे अपने फायदे के लिए दूरी तरफ ले जा रहा है जो कि गलत है और हम इसका लगातार विरोध करते रहेंगे। 

वहीं सीएचएस में लाटरी सिस्टम का विरोध करते हुए श्वेतम ने आरोप लगाया कि यहां का जो लाटरी सिस्टम है वो लगा तरह का है। यहां कम्प्युटर में पीपीटी के माध्यम से टीचर और उनके करीबियों के बच्चों के नाम पहले से सेट होते हैं।  दिखाने को लाटरी सिस्टम होता है पर जब क्लिक होगा तो लिस्ट में बस रिश्तेदारों का नाम आएगा न की होनहारों का, इसलिए हम इसका भी पुरजोर विरोध करते हैं। 

आजमगढ़ की रहने वाली रितु यादव ने बताया कि मरा सपना है कि मैं सीएचएस से पढूं।  क्लास 6 में मैंने यहाँ किस्मत आजमानी चाहे तो लाटरी सिस्टम ने मुझे निराश किया और अब जब मैंने कक्षा 8 पास किया तो जी जान से सीएचएस के कक्षा 9 के एंट्रेंस के लिए लग गयी और वाराणसी में रहकर कोचिंग कर रही हूं। पर एक बार फिर सीएचएस में फिर से लाटरी सिस्टम लागू किया गया है जो कि गलत है क्योंकि इससे सिर्फ मै ही नहीं कई होनहार खुद का आकलन नहीं लगा पाएंगे।  ठीक है कि हम फेल हो जायेंगे पर हम खुद का आकलन तो कर सकेंगे एग्जाम देकर। इसलिए हम अपना हक पाने के लिए जहां एक जाना होगा जाएंगे। 

अभिभावक जागृत मंच ने भी आज छात्रों का समर्थन किया और धरने पर बैठे। अभिभावक जागृति मंच के सधीर सिंह ने  बताया कि इनकी फीस वृद्धि 125 प्रतिशत हुई है साथ ही सीएचएस के एग्जाम के लिए 400 सीट पर 2 लाख छात्रों ने फार्म भरा है। ये धांधली है और सीधे पैसा लेकर एडमिशन हो रहा है। क्योंकि जिसका सीएचएस में एडमिशन होता है वह सीधे बीएचयू में एडमिशन ले सकते हैं।

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