वाराणसी में 84 घाटों का संपर्क टूटा, गंगा का जलस्तर स्थिर, हो रही निगरानी

गंगा का जलस्तर गुरुवार को दूसरे दिन भी स्थिर रहा। जलस्तर 63.86 मीटर रिकार्ड किया गया। हालांकि दो दिनों पूर्व जलस्तर में वृद्धि से काशी के 84 घाटों का आपसी संपर्क टूट चुका है। वहीं गंगा किनारे के मंदिर भी पानी में डूब गए हैं। प्रशासन और जल आयोग जलस्तर की निगरानी कर रहा है। 
 

वाराणसी। गंगा का जलस्तर गुरुवार को दूसरे दिन भी स्थिर रहा। जलस्तर 63.86 मीटर रिकार्ड किया गया। हालांकि दो दिनों पूर्व जलस्तर में वृद्धि से काशी के 84 घाटों का आपसी संपर्क टूट चुका है। वहीं गंगा किनारे के मंदिर भी पानी में डूब गए हैं। प्रशासन और जल आयोग जलस्तर की निगरानी कर रहा है। 

गंगा का जलस्तर रविवार से बढ़ रहा था। रविवार से बुधवार तक गंगा में तेजी से पानी बढ़ा। इसकी वजह से जलस्तर बढ़कर 64 मीटर तक पहुंच गया था। बुधवार से जलस्तर स्थित है। गंगा के जलस्तर में मामूली गिरावट आई है। गुरुवार की सुबह जलस्तर 63.86 मीटर रिकार्ड किया गया। हालांकि वाराणसी में 84 गंगा घाटों का आपसी संपर्क टूट चुका है। वहीं पानी बढ़ने से गंगा आरती स्थल बदलना पड़ा। शवदाह का कार्य भी महाश्मशान पर ऊपर हो रहा है। 

गंगा के जलस्तर में वृद्धि के बाद केंद्रीय जल आयोग के साथ ही एनडीआरएफ, जल पुलिस व प्रशासन अलर्ट है। जलस्तर की निगरानी की जा रही है। एनडीआरएफ की टीम लगातार भ्रमण कर लोगों को सचेत कर रही है। वहीं वाटर एंबुलेंस आदि की भी व्यवस्था की गई है, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने पर तत्काल निबटा जा सके।