68 वीं राष्ट्रीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता का समापन, यूपी बालक टीम ने जीता स्वर्ण, बालिका वर्ग में पश्चिम बंगाल ने लहराया परचम

बीएचयू के एम्फी थियेटर मैदान में शनिवार को 68वीं राष्ट्रीय वॉलीबॉल अंडर-14 (बालक/बालिका) चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला गया। इस चैंपियनशिप में बालक वर्ग में उत्तर प्रदेश ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि बालिका वर्ग में पश्चिम बंगाल ने अपनी जीत का परचम लहराया।
 

वाराणसी। बीएचयू के एम्फी थियेटर मैदान में शनिवार को 68वीं राष्ट्रीय वॉलीबॉल अंडर-14 (बालक/बालिका) चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला गया। इस चैंपियनशिप में बालक वर्ग में उत्तर प्रदेश ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि बालिका वर्ग में पश्चिम बंगाल ने अपनी जीत का परचम लहराया। बालक वर्ग में यूपी की टीम ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से महाराष्ट्र को सीधे तीन सेटों में 3-0 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। वहीं, बालिका वर्ग के फाइनल में पश्चिम बंगाल की टीम ने महाराष्ट्र को हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया।

प्रीक्वार्टर और क्वार्टर फाइनल में दिखा रोमांच
चैंपियनशिप में शुक्रवार को प्रीक्वार्टर और क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेले गए, जिसमें कुल 16 टीमों ने भाग लिया। बालक वर्ग में यूपी ने महाराष्ट्र को हराकर फाइनल में प्रवेश किया, जबकि तमिलनाडु ने एनवीएस को और उत्तराखंड ने मध्य प्रदेश को हराया। बिहार और हरियाणा के बीच हुए चार सेट के मुकाबले में बिहार ने 3-1 से जीत दर्ज की। अन्य मैचों में मणिपुर ने छत्तीसगढ़ को, राजस्थान ने हिमाचल प्रदेश को और झारखंड ने ओडिशा को हराया। बालिका वर्ग के मुकाबलों में महाराष्ट्र ने यूपी को, पश्चिम बंगाल ने ओडिशा को, और केरल ने विद्या भारती को हराकर अपनी जगह पक्की की। इसके अलावा, हरियाणा ने दिल्ली को, तमिलनाडु ने बिहार को और पंजाब ने छत्तीसगढ़ को हराया।

फाइनल मुकाबलों के बाद आयोजित समापन समारोह में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री रविंद्र जायसवाल उपस्थित रहे। उन्होंने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा, "देश के ये युवा खिलाड़ी भविष्य में हमारे लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक लेकर आएंगे।" आयोजन सचिव एवं संयुक्त शिक्षा निदेशक रामशरण सिंह ने क्वार्टर फाइनल से बाहर हुई टीमों के खिलाड़ियों के लिए काशी दर्शन की व्यवस्था की। मंच संचालन मोनिका जायसवाल, प्रवक्ता भौतिक विज्ञान, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, वाराणसी ने किया। प्रतियोगिता शांतिपूर्वक संपन्न कराने में आयोजन समिति के सदस्य राकेश कुमार सिंह का विशेष योगदान रहा।