तमिल में श्रीकाशी विश्वनाथ की स्तुति, 1500 भक्तों ने किया तिरुवार्चकम
वाराणसी। बाबा विश्वनाथ दरबार में पहली बार तमिल में मंत्र गूंजे। तमिलनाडु से आए डेढ़ हजार भक्तों ने एक साथ बाबा विश्वनाथ धाम में तिरुवार्चकम (तमिल में शिव स्तुति) की। इसके साथ ही मां गंगा की पूजा और अन्य देव विग्रहों के दर्शन किए। काशी विश्वनाथ न्यास परिषद की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया।
काशी में आयोजित तमिल संगमम से प्रभावित होकर संतों की अगुवाई में चेन्नई से महिलाएं व पुरुष शनिवार को काशी आए थे। रविवार को सुबह गंगा स्नान के बाद धाम परिसर में शंकराचार्य चौक पर सुबह 9.30 बजे से दोपहर दो बजे तक भगवान शिव की आराधना की।
तमिल भक्तों ने दक्षिण भारत की प्रसिद्ध शिव स्तुतियों का सस्वर पाठ किया। पाठ के समापन के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के न्यासी सदस्य पं. के वेंकटरमन घनपाठी और प्रोफेसर प्रजभूषण ओझा ने उनका सम्मान किया।
श्रद्धालुओं के दल ने काशी विश्वनाथ के साथ ही काशी के अन्य प्रसिद्ध मंदिर में हाजिरी लगाई। मां विशालाक्षी, मां अन्नपूर्णा, बाबा कालभैरव, दुर्गाकुंड स्थित कौड़ी माता मंदिर में दर्शन-पूजन किया। वहीं दशाश्वमेध घाट की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती भी देखी।