10th international yoga day : महादेव की काशी में जलयोग, नमामि गंगे सदस्यों ने गंगाजल में योग कर बताई जल संरक्षण की महत्ता 

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर नमामि गंगे की ओर से दशाश्वमेध घाट पर जलयोग किया गया। इस दौरान सदस्यों ने गंगा जल में खड़े होकर योग किया। इसके जरिये योग व जल संरक्षण की महत्ता बताई। साथ ही योग अपनाकर लोगों को स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित किया। 
 

वाराणसी। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर नमामि गंगे की ओर से दशाश्वमेध घाट पर जलयोग किया गया। इस दौरान सदस्यों ने गंगा जल में खड़े होकर योग किया। इसके जरिये योग व जल संरक्षण की महत्ता बताई। साथ ही योग अपनाकर लोगों को स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित किया। 

गंगा में जलयोग के दौरान पद्मासन, अनुलोम विलोम, सूर्य नमस्कार जैसे जल में किए जाने वाले तमाम योग क्रियाओं का प्रदर्शन कर कार्यकर्ताओं ने जल संरक्षण एवं विश्वकल्याण की कामना की। आम जनता से अपील की गई कि अब समय आ गया है कि हम लोग स्वच्छता को धर्म बनाएं। स्वच्छता को अपना संस्कार बनाएं और इन संस्कारों के जरिए हम स्वयं को पर्यावरण से जोड़ सकते हैं। 

नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि जल के लिए जनाधार का उपयोग करके जलयोग करने की जरूरत है। जल योग सबसे बड़ा योग होने वाला है। यदि जल नहीं होगा तो न योग होगा, न ध्यान होगा और न ही कोई क्रिया होगी। इसलिए जल को सुरक्षित और संरक्षित रखना नितांत आवश्यक है। 

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जो समस्याएं बढ़ती जा रही हैं, उसके लिए जल शक्ति को बढ़ाने की जरूरत है। कहा कि योगमय जीवन पद्धति ने समूचे विश्व को एक परिवार की तरह जोड़ कर रखा है। जल योग में प्रमुख रूप से काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजक सारिका गुप्ता, पूजा मौर्या, आशीष गुप्ता, गुंजन गुप्ता,  हंसल, देवेश, काशिका मिश्रा आदि शामिल रहे।