भारतीय महिला हॉकी टीम ने भारतीय नौसेना अकादमी में पूरा किया गहन प्रशिक्षण सत्र

 


नई दिल्ली, 22 जुलाई (हि.स.)। भारतीय महिला हॉकी टीम ने केरल के कन्नूर में भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए) में 15 से 21 जुलाई तक आयोजित एक अद्वितीय और गहन प्रशिक्षण सत्र को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। आईएनए के अनुशासित वातावरण में आयोजित इस परिवर्तनकारी शिविर का उद्देश्य टीम के कौशल को बढ़ाना और एकता व लचीलेपन की भावना को बढ़ावा देना था।

शिविर को टीम निर्माण, मानसिक मजबूती, जोखिम क्षमता, अनुशासन, आत्मरक्षा, उत्तरजीविता तकनीक और नेतृत्व कौशल जैसे प्रमुख मूल्यों को विकसित करने के लिए सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया था। प्रतिभागियों ने चुनौतीपूर्ण गतिविधियों में भाग लिया, जो सौहार्द और आपसी सहयोग को बढ़ावा व टीम वर्क और साझा जिम्मेदारी के महत्व पर जोर देते हैं। कठोर शारीरिक और मानसिक अभ्यासों के माध्यम से, टीम के सदस्यों ने लचीलापन और जोखिम आकलन क्षमताएँ विकसित कीं।

साथ ही, शिविर की संरचित दिनचर्या ने फोकस और प्रतिबद्धता को बढ़ाया, जबकि व्यावहारिक आत्मरक्षा और उत्तरजीविता तकनीकों ने व्यक्तियों को अप्रत्याशित परिस्थितियों के लिए आवश्यक कौशल से लैस किया। भूमिका निभाने वाले अभ्यासों, निर्णय लेने के परिदृश्यों और कठिन परिस्थितियों में टीमों का नेतृत्व करने के अवसरों के माध्यम से नेतृत्व गुणों को निखारा गया, जिससे प्रतिभागियों को विभिन्न जीवन और पेशेवर चुनौतियों के लिए तैयार किया गया।

शिविर को लेकर भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने कहा, पिछले सप्ताह से भारतीय नौसेना अकादमी ने अपने दरवाज़े खोले हैं और हमारी भारतीय महिला हॉकी टीम को बेजोड़ प्रशिक्षण दिया है। मानसिक मजबूती और टीम के बीच सामंजस्य के प्रति अकादमी के समर्पण ने इन युवा एथलीटों को अधिक प्रतिस्पर्धी और लचीले व्यक्तियों में बदल दिया है। अनुकरणीय अधिकारियों के मार्गदर्शन में, हमारे खिलाड़ियों ने कठोर प्रशिक्षण लिया है, जिसका उन्हें न केवल हॉकी में बल्कि उनके जीवन के सभी पहलुओं में लाभ मिलेगा। कठिन अभ्यास ने उन्हें उनकी सीमाओं से परे धकेल दिया है, जिससे उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक मानसिक दृढ़ता और दृढ़ता को बल मिला है। यहाँ उन्होंने जो कौशल और अनुशासन हासिल किया है, वह अमूल्य है। इस अनुभव ने निस्संदेह हमारी टीम को नए आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के साथ मैदान पर और मैदान के बाहर किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार किया है।

भारतीय नौसेना अकादमी के डिप्टी कमांडेंट रियर एडमिरल प्रकाश गोपालन ने कहा, हमें भारतीय नौसेना अकादमी में भारतीय महिला हॉकी टीम की मेज़बानी करने का सम्मान मिला। यह प्रशिक्षण शिविर उन्हें मानसिक दृढ़ता, अनुशासन और नेतृत्व पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक समग्र विकास अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। एथलीटों ने विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया, जिसने उनकी सीमाओं का परीक्षण किया और उन्हें एक सुसंगत इकाई के रूप में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। पूरे शिविर में उनका समर्पण और लचीलापन देखना प्रेरणादायक था। हमें विश्वास है कि उन्होंने यहाँ जो कौशल और मूल्य हासिल किए हैं, वे खेल और जीवन दोनों में उनके भविष्य के प्रयासों में उनकी अच्छी तरह से मदद करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे