सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्पित : गिरीश चंद्र यादव

 






प्रयागराज, 19 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार के खेल राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। खिलाड़ियों के हित में आवश्यक फैसले ले रही है। सरकार की प्राथमिकता है कि खिलाड़ियों को अच्छी सुविधाएं उपलब्ध हों। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सभी प्रयास किये जा रहे हैं।

गिरीश चन्द्र यादव ने रविवार की शाम मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में 38वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इन्दिरा मैराथन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत करते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में प्रदेश के कई और खिलाड़ी राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर देश व प्रदेश का मान बढ़ायेंगे।

उन्होंने मैराथन में प्रतिभाग करने आये सभी खिलाड़ियों से कहा कि जो आज विजेता हुए हैं, उन्हें शुभकामनाएं। जो विजेता बनने से चूक गये है, उन्हें मायूस होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि आज आप यहां से संकल्प लेकर जायें कि अगली बार हम इस प्रतियोगिता को जीतेंगे। आज नहीं तो कल आपको सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों की सराहना की।

जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी। इस मौके पर खेल निदेशक आरपी सिंह भी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। इनके अतिरिक्त क्रीडा अधिकारी विमला सिंह, जितेन्द्र यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि 38वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इन्दिरा मैराथन-2023 में पुरुष वर्ग में आर्मी पुणे में तैनात जसवंत सिंह बघेल 2ः21ः50 तथा पुणे आर्मी में ही तैनात बुगाथा श्रीनू ने 2ः21ः56 में जीत दर्ज की। जबकि प्रयागराज के अनिल कुमार आर्मी पुणे 2ः22ः21 में जीत दर्ज कर तीसरे स्थान पर रहे।

इसी प्रकार महिला वर्ग में सेना की ही रेनू सिंह ने 2ः58 घंटे में प्रथम स्थान प्राप्त किया। दूसरे स्थान पर दिल्ली की नूतन 3ः4004 और प्रयागराज की शिप्रा ने 3ः40ः45 में जीत दर्ज कर तीसरा स्थान हासिल किया है। प्रथम दोनों विजेता को 2-2 लाख, द्वितीय को 1-1 लाख एवं तृतीय को 75-75 हजार रुपये का चेक दिया गया। इनके अतिरिक्त 11-11 महिला व पुरुष को 10-10 हजार का सांत्वना पुरस्कार मिला।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/दिलीप