वाराणसी की पूर्णिमा ने जीता स्वर्ण, खेल प्रेमियों में खुशी
लखनऊ, 29 अक्टूबर (हि.स.)। कलाई की चोट के बावजूद वाराणसी की बीटिया ने राष्ट्रीय खेल के दौरान भारोत्तोलन प्रतियोगिता में कमाल कर दिया और 87 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने के साथ-साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बना डाला है। वाराणसी की पूर्णिमा पांडेय द्वारा स्वर्ण जीतने पर प्रदेश के खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है।
पांडेय ने रविवार को कम्पाल गेम्स विलेज में कुल 222 किग्रा (स्नैच में 100 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 122 किग्रा) का भारवर्ग उठाकर राष्ट्रीय खेलों में अपना लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीता। उत्तर प्रदेश की भारोत्तोलक ने अपने तीसरे प्रयास में स्नैच में 105 किग्रा के अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार करने का प्रयास किया, लेकिन वह अपना संतुलन खो बैठी और उनका टखना चोटिल हो गया। पूर्णिमा काफी समय से कलाई की चोट से भी जूझ रही है और उन्हें सर्जरी की जरूरत पड़ेगी। इसके बावजूद उन्होंने क्लीन एंड जर्क में 129 किग्रा वजन उठाकर एक और रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया। लेकिन यह हो नहीं पाया।
उन्होंने खुद को अधिक वजन उठाने के लिए क्यों प्रेरित किया जबकि उन्हें पता था कि वह स्वर्ण पदक जीत लेंगी और इससे उन्हें चोट भी लग सकती है, पांडे ने कहा 'एक खिलाड़ी के रूप में इतने करीब आने के बाद खुद को रोकना काफी मुश्किल है।पिछले एक साल में चोट के कारण पांडे की रैंकिंग में काफी गिरावट देखने को मिली। वह खुद को और अपने प्रतिस्पर्धियों के सामने यह साबित करना चाहती थी कि वह अभी भी राष्ट्रीय सर्किट में बेस्ट हैं।
पूर्णिमा ने रविवार को केरल की एन.मारिया को राष्ट्रीय खेलों में लगातार दूसरी बार हराते हुए स्वर्ण पदक जीत लिया। इसके बाद उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। उन्होंने कहा कि अपनी रैंकिंग में गिरावट के बाद मुझे कुछ साबित करने की जरूरत थी और मैंने आज जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे मैं खुश हूं।
उनकी इस जीत पर प्रदेश के खेल प्रेमी झूम उठे। उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के महासचिव डा. आनंदेश्वर पांडेय, उप्र खेल विभाग के निदेशक आर.पी. सिंह ने बधाई दी है। इसके साथ ही यह उम्मीद जताई है कि पूर्णिमा पांडेय एक दिन विश्व स्तर पर भारत का नाम रोशन करेगी।
हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/राजेश