जूनियर नेशनल खो-खो चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी 26 राज्यों और 6 केंद्रशासित प्रदेशों की 70 टीमें
नई दिल्ली, 26 दिसंबर (हि.स.)।44वीं जूनियर नेशनल खो-खो चैंपियनशिप 2025-26 का आयोजन 31 दिसंबर 2025 से 4 जनवरी 2026 तक गुंजूर, बेंगलुरु स्थित अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम में किया जाएगा। इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश के 26 राज्यों और 6 केंद्रशासित प्रदेशों की लगभग 70 टीमें भाग लेंगी, जिनमें करीब 35 बालक और 35 बालिका टीमें शामिल होंगी।
लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, पुदुचेरी, चंडीगढ़, दादरा एवं नगर हवेली तथा दिल्ली इस चैंपियनशिप में भाग लेने वाले केंद्रशासित प्रदेश हैं। इसके अतिरिक्त, कोल्हापुर, विदर्भ और मध्य भारत जैसे मान्यता प्राप्त खो-खो संघों का प्रतिनिधित्व करने वाली टीमें भी खिताब की दौड़ में होंगी। प्रतियोगिता का आयोजन लीग-कम-नॉकआउट प्रारूप में किया जाएगा।
पिछले संस्करण की चैंपियन महाराष्ट्र टीम पर इस बार भी सभी की निगाहें टिकी होंगी। महाराष्ट्र ने 25 से 29 नवंबर तक अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) में आयोजित 43वीं जूनियर नेशनल खो-खो चैंपियनशिप में बालक और बालिका—दोनों वर्गों में खिताब अपने नाम किए थे।
टूर्नामेंट का कार्यक्रम
बालक और बालिका वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले 3 जनवरी को सुबह खेले जाएंगे, जबकि उसी दिन दोपहर में क्वार्टर फाइनल होंगे। 4 जनवरी को सुबह सेमीफाइनल मुकाबले आयोजित किए जाएंगे, जिसके बाद फाइनल मैच खेले जाएंगे। दोनों वर्गों की टीमों को 8-8 समूहों में विभाजित किया गया है।
व्यवस्थाएं और तैयारियां
कर्नाटक राज्य खो-खो संघ के अध्यक्ष लोकेश्वरा ने बताया, “रेफरी के अलावा तकनीकी अधिकारियों, कोचों और संघ पदाधिकारियों सहित कुल 25 अधिकारियों को चैंपियनशिप की तैयारियों और सुचारू संचालन के लिए तैनात किया गया है। खिलाड़ियों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था स्टेडियम से 3–4 किलोमीटर के दायरे में की गई है, जबकि उनके आवागमन के लिए 10 बसों की व्यवस्था की गई है।”
खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (केकेएफआई) के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा, “यह चैंपियनशिप खो-खो का उत्सव है, जहां देशभर की युवा प्रतिभाएं राष्ट्रीय खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं। यह मंच जूनियर खिलाड़ियों को अपने कौशल प्रदर्शन का अवसर देता है। प्रतिभा की पहचान और उसके प्रोत्साहन से खेल और खिलाड़ियों दोनों का विकास होता है। केकेएफआई खो-खो को एशियन गेम्स, राष्ट्रमंडल खेलों और ओलंपिक में शामिल कराने के लिए प्रतिबद्ध है।”
केकेएफआई के महासचिव उपकार सिंह विरक ने कहा, “प्रतियोगिता के निर्बाध संचालन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हमारा फोकस एथलीट विकास और मजबूत बुनियादी ढांचे के निर्माण पर है।”
केकेएफआई के चेयरमैन (प्रशासन एवं संगठन) डॉ. एम.एस. त्यागी ने कहा, “इन युवा खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा करते देख आशा और आत्मविश्वास मिलता है। हमारा दायित्व है कि हम उन्हें हर संभव मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करें।”
आगामी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजन
भारत 9 से 14 मार्च, 2026 तक पहली राष्ट्रमंडल खो-खो चैंपियनशिप की मेजबानी करेगा। इसके अलावा, 58वीं सीनियर नेशनल खो-खो चैंपियनशिप (पुरुष एवं महिला) 2025-26: 11–15 जनवरी, 2026, काजीपेट, तेलंगाना में, 35वीं सब-जूनियर नेशनल खो-खो चैंपियनशिप (बालक एवं बालिका) 2025-26: 31 जनवरी से 4 फरवरी, 2026, कुरुक्षेत्र, हरियाणा में किया जाएगा।
इन आयोजनों के माध्यम से खो-खो को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे