रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ पीएम ने किया खेलो इंडिया यूथ गेम्स का शुभारम्भ
चेन्नई, 19 जनवरी (हि.स.)। खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2023 के छठे संस्करण की रंगारंग शुरुआत हुई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम खेल मशाल जलाकर इसका उद्घाटन किया और कहा कि यह वर्ष 2024 की शुरुआत करने का एक शानदार तरीका है।
तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन के औपचारिक स्वागत भाषण के बाद, रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने तमिलनाडु द्वारा पहली बार आयोजित किए जा रहे 2 सप्ताह लंबे खेल समारोह की जीवंत शुरुआत की, जिसके बाद प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के अंत में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के शुरुआत की घोषणा की।
गणमान्य व्यक्तियों के संबोधन के बाद, पीएम मोदी ने 12 जिलों में 26 रेडियो स्टेशन शुरू करने की आधारशिला रखने के अलावा 'डीडी तमिल' लोगो का अनावरण कर खेलों की मशाल जलाई।
बाद में, पीएम मोदी ने तमिल में वनक्कम' (स्वागत) कहकर अपना संबोधन शुरू किया और कहा कि खेलो इंडिया गेम्स 2024 की शुरुआत करने का एक शानदार तरीका है। यह बहुत खुशी की बात है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स खूबसूरत शहर चेन्नई में आयोजित किए जा रहे हैं। ये खेल युवा खेल प्रतिभाओं को निखारने में मदद करेंगे।
अपने संबोधन में, केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “खेलो इंडिया यूथ गेम्स जमीनी स्तर से खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रधान मंत्री द्वारा शुरू की गई एक पहल है। तमिलनाडु ने शतरंज ओलंपियाड और एशियाई हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी जैसे कई खेल आयोजनों की सफलतापूर्वक मेजबानी की है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स ने एशियाई खेलों और पैरा खेलों में 100 से अधिक पदक जीतने वाले भारतीय एथलीटों की आधारशिला रखी।”
ठाकुर ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने 2030 में यूथ ओलंपिक और 2036 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। सरकार अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रही है इसलिए अब आप सभी युवा एथलीटों की भी जिम्मेदारी है कि मशाल उठाएं और भारत का परचम लहराएं।
ठाकुर ने आगे तमिलनाडु सहित दक्षिण भारत में खेलो के प्रति जोश और जुनून को अद्भुत बताते हुए कहा कि अगस्त 2023 में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी, जून 2023 में स्क्वैश विश्व कप और जुलाई 2022 में 44वें शतरंज ओलंपियाड की सफल मेजबानी कर तमिलनाडु ने विश्व स्तर पर भारत की खेल छवि को ऊपर उठाया है। उन्होंने कहा, इस भूमि ने हमें विश्वनाथन आनंद और शरद कमल जैसे कई महान एथलीट दिए हैं। आज दुनिया भर में भारत का मान सम्मान बढ़ाने वाले हम सब के चहेते ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञाननंद भी यही से हैं।
अपने संबोधन में, स्टालिन ने कहा कि ऑल फॉर ऑल हमारा आदर्श वाक्य है। द्रविड़ मॉडल सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि खेल के क्षेत्र में अवसरों की समानता हो। हमने संघर्ष का सामना करने वाले मणिपुर के एथलीटों को हमारे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में प्रशिक्षण और भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के पारंपरिक और ग्रामीण खेल सिलंबट्टम को खेलों के इस संस्करण में एक डेमो खेल के रूप में जोड़ा गया है और उन्होंने एशियाई चैंपियन ट्रॉफी, शतरंज ओलंपियाड सहित उनकी सरकार द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों को याद किया।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार खेलों के विकास के लिए पूरा प्रोत्साहन दे रही है।
स्टालिन ने कहा कहा कि राज्य के खिलाड़ियों को और अधिक पुरस्कार जीतने में सक्षम बनाने के लिए खेल बुनियादी सुविधाओं को उन्नत किया जा रहा है।
कार्यक्रम का समापन एक जीवंत सांस्कृतिक और नृत्य शो के साथ हुआ जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील/सुनील