हम चाहते हैं कि युवाओं को बेहतर भविष्य मिले और कबड्डी की जीत हो: पुनेरी कोच बीसी रमेश

 


हैदराबाद, 23 फ़रवरी (हि.स.)। कबड्डी की जीत और युवाओं के लिए बेहतर भविष्य। यह हमारी इच्छा है, उक्त बातें पुनेरी पलटन के प्रमुख कोच बीसी रमेश ने प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) 10 के कार्यक्रम पंगा राउंडटेबल में कहीं।

पंगा राउंडटेबल कार्यक्रम में रमेश के अलावा सीजन 10 के प्लेऑफ़ के लिए क्वालीफाई करने वाली टीमों के कोचों ने अपने विचार साझा किये।

क्वालीफाई करने वाली छह कोचों में पुनेरी पलटन के मुख्य कोच बीसी रमेश, जयपुर पिंक पैंथर्स के मुख्य कोच संजीव बलियान, दबंग दिल्ली के.सी. के मुख्य कोच रामबीर सिंह खोखर, गुजरात जायंट्स के मुख्य कोच राम मेहर सिंह, हरियाणा स्टीलर्स के मुख्य कोच मनप्रीत सिंह और पटना पाइरेट्स के मुख्य कोच नरेंद्र रेढू शामिल थे। पीकेएल सीज़न 10 प्लेऑफ़ 26 फरवरी से 01 मार्च 2024 तक हैदराबाद में आयोजित किया जाएगा।

दबंग दिल्ली के.सी. मुख्य कोच रामबीर सिंह खोखर को अपनी टीम के युवा सदस्यों पर गर्व है, जिन्होंने अच्छा प्रदर्शन करके अपनी टीम को प्लेऑफ में पहुंचाया है। उन्होंने कई खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हमारी टीम की डिफेंस और अटैक बहुत अच्छा रहा है। नवीन अच्छी फॉर्म में थे और उनकी चोट के बाद आशु ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। विशेषकर टीम का कप्तान बनने के बाद उनमें सुधार हुआ है।”

एलिमिनेटर 1 में दिल्ली की टीम का सामना पटना पाइरेट्स से होगा, जिसके हेड कोच नरेंद्र रेढू ने कहा कि इस मुकाबले में मानसिक ताकत अहम भूमिका निभाएगी।

कोच ने कहा, “सबसे महत्वपूर्ण चीज मानसिक ताकत है। कबड्डी के खेल में दिमाग अहम भूमिका निभाता है। हमें प्रतिद्वंद्वी टीमों की स्थिति को समझने और उसके अनुसार अपनी रणनीति तय करने की जरूरत है। प्लेऑफ़ किसी भी दिशा में जा सकता है, और हमें इन महत्वपूर्ण मैचों और विशेष रूप से ट्रॉफी जीतने के लिए सही मानसिकता में रहना होगा।”

हरियाणा स्टीलर्स टीम के मुख्य कोच मनप्रीत सिंह ने एक बार फिर कहा कि लीग चरण में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद, उनकी टीम को प्लेऑफ़ में सावधान रहना होगा।

मनप्रीत ने कहा, “हम टीम की स्थिति के आधार पर खिलाड़ियों का उपयोग करते हैं। जिस मैच में खिलाड़ी अपना सौ फ़ीसदी योगदान देते हैं, वह टीम आम तौर पर मैच जीतती है। प्लेऑफ़ में, हमें बहुत सावधान रहने की ज़रूरत है। हमारी लीग चरण की गलतियाँ ज्यादा मायने नहीं रखेंगी क्योंकि यह मैचों का एक अलग सेट है।

एलिमिनेटर 2 में गुजरात जायंट्स का सामना हरियाणा स्टीलर्स से होगा। मैच से पहले, राम महेर सिंह ने टीम के कप्तान फ़ज़ल अत्राचली की प्रशंसा की।

उन्होंने कहा, “हमने इस प्रतियोगिता में सभी टीमों के खिलाफ खेला है। लेकिन मेरे अनुसार, हमारे कप्तान फ़ज़ल अत्राचली प्रतियोगिता के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से हैं। वह 4 एशियन गेम्स खेल चुके हैं। प्रतीक दहिया जैसे अन्य लोगों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन परफॉर्म करवाने रेडर्स को अन्य रेडर्स से भी समर्थन की आवश्यकता होगी। यह ऐसी चीज़ है जिस पर हम प्लेऑफ़ से पहले काम करेंगे।”

इस बीच, जयपुर पिंक पैंथर्स के मुख्य कोच संजीव बालियान ने कहा कि टीम को बहुत आगे के बारे में नहीं सोचना चाहिए और मैच दर मैच की रणनीति अपनानी चाहिए।

उन्होंने कहा, “खिताब जीतने के बारे में सोचने से पहले, हमें पहले सेमीफाइनल मैच पर ध्यान केंद्रित करना होगा। हमें सबकुछ झोंक देने की जरूरत है। मैं ट्रॉफी जीतने के लिए अपने खिलाड़ियों पर दबाव नहीं डाल सकता, क्योंकि सेमीफाइनल कभी-कभी फाइनल से भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो सकता है। जहां तक खिताब बचाने की बात है तो हम निश्चित तौर पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।''

पंगा राउंटेबल को समाप्त करते हुए पुनेरी पलटन के मुख्य कोच बीसी रमेश ने युवा डिफेंडर अबिनेश नादराजन की सराहना करते हुए कहा, “अबिनेश एक महान खिलाड़ी हैं। वह बहुत अच्छे डिफेंडर हैं। वह विभिन्न टैकलिंग तकनीकों में महारत हासिल करना चाह रहा है। इससे टीमों को भी फायदा होगा। उसे अपने परफॉरमेंस पर काम करने की जरूरत है और वह निश्चित रूप से राष्ट्रीय टीम के लिए खेलेगा।”

हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील