अभिनव बिंद्रा ने रुद्राक्ष पाटिल को ओलंपिक टीम से बाहर करने के एनआरएआई के फैसले का किया समर्थन
मुंबई, 13 जून (हि.स.)। अभिनव बिंद्रा ने पेरिस ओलंपिक के लिए भारत की शूटिंग टीम से 10 मीटर एयर राइफल शूटर रुद्राक्ष पाटिल को बाहर किये जाने के भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के फैसले का समर्थन किया है।
पाटिल ने खेलों के लिए 10 मीटर एयर राइफल कोटा हासिल किया था, लेकिन एनआरएआई के चयन ट्रायल में संदीप सिंह और अर्जुन बाबूता से पीछे रहने के बाद उन्हें इस आयोजन के लिए 15 सदस्यीय भारतीय दल में जगह नहीं मिल सकी।
ओलंपिक दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए, जिसके अनुसार कोई देश ट्रायल से खेलों में एक इवेंट में केवल शीर्ष दो निशानेबाजों को ही भेज सकता है, बिंद्रा ने कहा, देखिए, यह कोई निर्णय नहीं है। यह चयन का मामला है। इसके लिए एक उचित प्रक्रिया निर्धारित की गई है और उन्होंने उसी प्रक्रिया का पालन किया।
आईआईएसएम दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर गुरुवार को शहर में आए बिंद्रा ने कहा, यदि प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया तो आप यही सवाल पूछेंगे। लेकिन सभी के लिए एक निष्पक्ष प्रक्रिया रखी गई थी और उसका पालन किया गया।
एनआरएआई की चयन नीति का समर्थन करते हुए बिंद्रा ने कहा, मुझे लगता है कि प्रक्रिया का पालन करने के लिए फेडरेशन को श्रेय देना चाहिए। मुझे लगता है कि एथलीट के तौर पर हमें क्या चाहिए? हमें एक स्पष्ट प्रणाली की जरूरत है। हमें एक स्पष्ट प्रक्रिया की जरूरत है और हमें उस स्पष्ट प्रणाली और नीतियों का पालन करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, यही किया गया है, जो मुझे लगता है कि उचित है। आप जानते हैं, आप ओलंपिक में तब जगह बनाते हैं, जब दूसरा एथलीट चूक जाता है, तो कुछ लोग निराश होंगे। यह स्वाभाविक है। यह उचित है। यह एक सामान्य बात है।
इस कार्यक्रम में भारतीय क्रिकेटर पीयूष चावला भी शामिल हुए, जिन्होंने अपने प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले 170 छात्रों को संबोधित किया और इस तथ्य पर जोर दिया कि 'इन स्नातकों द्वारा अर्जित ज्ञान और कौशल भारत में खेल प्रबंधन को पेशेवर बनाने में महत्वपूर्ण होंगे।'
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और आईआईएसएम के संस्थापक नीलेश कुलकर्णी ने कहा कि उनका ‘मिशन हमेशा से खेल के प्रति जुनूनी व्यक्तियों को उच्च स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करना रहा है।’
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील