डब्ल्यूएफआई एथलीट आयोग के अध्यक्ष चुने गए पूर्व पहलवान नरसिंह यादव

 


नई दिल्ली, 24 अप्रैल (हि.स.)। राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता नरसिंह पंचम यादव को बुधवार को यहां भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) एथलीट आयोग का अध्यक्ष चुना गया है।

सात पदों के लिए कुल आठ उम्मीदवार मैदान में थे, चुनाव मतपत्र पर कराये गये।

2016 ओलंपिक से पहले, खेलों में भाग लेने वाले नरसिंह ने तब सुर्खियां बटोरी थीं जब दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार, जो चोट के कारण क्वालीफिकेशन इवेंट से चूक गए थे, ने उनके खिलाफ ट्रायल बाउट के लिए अनुरोध किया था।

सुशील ने दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया और उनकी अपील खारिज होने के बाद ही यह पुष्टि हुई कि नरसिंह रियो ओलंपिक में जाएंगे।

हालाँकि, नरसिंह खेलों से पहले दो डोप परीक्षणों में विफल रहे और कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) ने उन पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया, हालांकि राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (एनएडीए) ने उन्हें दोषमुक्त कर दिया था।

सीएएस का निर्णय उनके शुरुआती मुकाबले से एक दिन पहले आया, जिससे उन्हें प्रतिस्पर्धा किए बिना ही रियो डी जनेरियो छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। प्रतिबंध जुलाई 2020 में समाप्त हो गया और उन्होंने कहा कि यह पूरा प्रकरण उन्हें फंसाने के लिये रचा गया था।

एथलीट आयोग के अन्य निर्वाचित सदस्य साहिल (दिल्ली), स्मिता एएस (केरल), भारती भागेई (यूपी), खुशबू एस पवार (गुजरात), निक्की (हरियाणा) और श्वेता दुबे (बंगाल) हैं।

अर्जुन पुरस्कार विजेता और 2010 में एशियाई चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता नरसिंह ने 2012 लंदन ओलंपिक खेलों में भाग लिया था और 74 किग्रा वर्ग में शुरुआती मुकाबला हार गए थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील