मोर्ने मोर्कल ने पाकिस्तान के तेज गेंदबाजी कोच पद से दिया इस्तीफा
नई दिल्ली, 13 नवंबर (हि.स.)। मोर्ने मोर्कल ने अनुबंध समाप्त होने से एक महीने पहले ही पाकिस्तान के तेज गेंदबाजी कोच पद से इस्तीफा दे दिया है।
सोमवार को एक संक्षिप्त बयान में, पीसीबी ने घोषणा की कि पाकिस्तान के औपचारिक रूप से एकदिवसीय विश्व कप से बाहर होने के बाद मोर्कल ने इस्तीफा दे दिया था, और उनके प्रतिस्थापन की घोषणा उचित समय पर की जाएगी।
मोर्कल को इस साल जून में कोचिंग स्टाफ में फेरबदल के तहत नियुक्त किया गया था, जिसमें मिकी आर्थर की टीम निदेशक के रूप में वापसी हुई थी। टीम के साथ मोर्कल का पहला काम जुलाई में दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए श्रीलंका में था, जिसे पाकिस्तान ने 2-0 से जीता था। इसके बाद श्रीलंका में खेली गई तीन एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के खिलाफ क्लीन स्वीप किया था। इसके बाद एशिया कप में पाकिस्तान का निराशाजनक प्रदर्शन रहा और टीम फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में असफल रही।
विश्व कप में, पाकिस्तान ने दो जीत के साथ शुरुआत की, लेकिन जल्द ही लय खो दी, अपने विश्व कप इतिहास में पहली बार पाकिस्तानी टीम को लगातार चार मैचों में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद टीम ने बांग्लादेश और न्यूजीलैंड को शिकस्त दी और आखिरी लीग मैच में इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा, जिससे आधिकारिक तौर पर उनके बाहर होने की पुष्टि हुई। वे लगातार दूसरे विश्व कप में पांचवें स्थान पर रहे। पाकिस्तान ने विश्व कप 2023 में नौ मैचों में चार में जीत दर्ज की और पांच में उसे हार का सामना करना पड़ा।
मोर्कल की भूमिका के संबंध में सबसे अच्छा समय अफगानिस्तान के खिलाफ श्रृंखला और एशिया कप के शुरुआती भाग में आया, जहां वह दुनिया के तीन सर्वश्रेष्ठ और सबसे फॉर्म में चल रहे तेज गेंदबाजों शाहीन अफरीदी, नसीम और हारिस के के प्रभारी थे। ये सभी गेंदबाज अपने खेल के शीर्ष पर थे, उन्होंने मिलकर एक मजबूत तीन सदस्यीय आक्रमण बनाया, एशिया कप में भारत के खिलाफ पहले मैच में, जो बारिश के कारण रद्द हो गया, इन तीनों गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और भारतीय टीम के सभी 10 विकेट आपसे में बांटे।
यह माना जा रहा था कि मोर्कल, जो अब एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक है, पाकिस्तान के दिसंबर और जनवरी में तीन टेस्ट मैचों के लिए ऑस्ट्रेलियाई दौरे तक अपने पद बने रहेंगे, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील