केआईयूजी 2023: स्पोर्ट्स लेगेसी तैयार करने का आदर्श प्लेटफार्म

 


गुवाहाटी, 16 फरवरी (हि.स.)। पूर्वोत्तर हमेशा से देश में खेलों के प्रमुख स्थलों में से एक रहा है और असम खेल के बुनियादी ढांचे को विकसित करने में सबसे आगे रहा है। यह बुनियादी ढांचा इस क्षेत्र में अलग अलग योजनाओं के माध्यम से एथलीटों की जरूरतों को पूरा करती है, साथ ही सभी आठ पूर्वोत्तर राज्यों के खिलाड़ियों के लिए भी अभ्यास और प्रतिस्पर्धा का मौक़ा प्रदान करता है।

फरवरी 19 से 29 तक सात राज्यों में आयोजित होने वाले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 खेल संस्कृति को प्रचारित करने तथा भविष्य के सितारों को अपने कौशल दिखाने के अवसर प्रदान करने की दिशा में एक उपयोगी कदम है।

असम सरकार राज्य को खेल आयोजनों के साथ-साथ प्रशिक्षण के लिए एक पसंदीदा वैश्विक गंतव्य बनाने के लिए भी उत्सुक है। साथ ही तीन राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (नेशनल सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस) बनाने और स्टेडियमों को अपग्रेड करने की योजना पहले ही लागू की जा चुकी है।

इसके अलावा, हाल ही में सरुसजाई स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और जोरहाट में इसी तरह के उच्च-प्रदर्शन खेल प्रशिक्षण और पुनर्वास केंद्र की शुरूआत, एथलीटों के लिए उन्नत खेल प्रशिक्षण और पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने पर राज्य के फोकस का एक प्रमाण है। कोकराझाड़ में एक और हाई परफॉरमेंस सेंटर स्थापित करने का प्रस्ताव किया गया है। केंद्र विशेष रूप से राज्य और सामान्य रूप से क्षेत्र के एथलीटों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं और उन्नत खेल प्रौद्योगिकी से सुसज्जित हैं।

हाई परफॉरमेंस सेंटर्स का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक मूल्यांकन, फिजियोथेरेपी और पुनर्वास सेवाएं प्रदान करके एथलीटों को सपोर्ट करना है। यह केंद्र एथलीटों की कंडीशनिंग और प्रशिक्षण पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। साथ ही डेटा-संचालित मूल्यांकन और प्रशिक्षण के लिए उन्नत उपकरणों के उपयोग के माध्यम से उनकी मानसिक और शारीरिक क्षमता का आंकलन सुनिश्चित करेंगे। इन केंद्रों में विभिन्न विशिष्ट प्रयोगशालाएं हैं, जिनमें मोशन एनालिसिस लैब, गैट और बायोमैकेनिक्स लैब, पैरा-एथलीट परफॉर्मेंस लैब, बायोमैकेनिक्स और पोस्टुरल लैब आदि शामिल हैं।

असम सरकार ने गुवाहाटी शहर के मध्य में स्थित नेहरू स्टेडियम को ओलंपिक स्तर के फुटबॉल स्टेडियम में अपग्रेड करने का बड़ा भी प्रस्ताव रखा है। 1962 में बनाया गया यह स्टेडियम 2007 तक एकमात्र बहुउद्देश्यीय स्टेडियम था। इसके बाद सरुसजाई स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया था। अब वही असम का मुख्य मल्टी स्पोर्ट्स स्टेडियम बन गया है।

मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि सरकार अमीनगांव में एक और बहुउद्देश्यीय स्टेडियम लेकर आई है, और चंद्रपुर में खिलाड़ियों के छात्रावास सहित अन्य सुविधाओं के लिए एक समान स्टेडियम प्रस्तावित किया गया है।

गुवाहाटी में बना राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (नेशनल सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस), असम सरकार और भारतीय बैडमिंटन संघ(बीएआई) का एक संयुक्त उद्यम है। यह एक अत्याधुनिक सेंटर है जिसमें 24 बैडमिंटन कोर्ट शामिल हैं, जिन्हें चरण 1 में 60 एथलीटों की कठोर प्रशिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसके अलावा, इस सेंटर में आधुनिक फिटनेस उपकरणों के साथ 4,000 वर्ग फुट का व्यायामशाला, खिलाड़ियों के लिए 60 बिस्तरों वाला छात्रावास, एक योग केंद्र और एक समर्पित 2,000 वर्ग फुट का फिजियोथेरेपी केंद्र है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि एथलीटों को उनके टॉप परफॉरमेंस को बनाए रखने के लिए अत्यधिक देखभाल और सहायता मिल सके।

40,000 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला यह सेंटर भारतीय बैडमिंटन के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि यह बैडमिंटन प्रशिक्षण को फिर से परिभाषित करता है और खेल में देश के गौरवशाली भविष्य को भी सशक्त बनाता है।

हिन्दुस्थान समाचार /श्रीप्रकाश/अरविंद