डोप टेस्ट में विफल होने पर भारतीय हैमर-थ्रोअर केएम रचना पर लगा 12 साल का प्रतिबंध
लॉज़ेन, 14 फ़रवरी (हि.स.)। विश्व एथलेटिक्स की एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (एआईयू) ने स्टेरॉयड/प्रतिबंधित पदार्थों के सेवन का दोषी पाए जाने पर भारतीय हैमर थ्रोअर के.एम रचना पर 12 साल का प्रतिबंध लगा दिया है।
30 वर्षीय रचना को एआईयू और भारत के राष्ट्रीय डोपिंग रोधी प्राधिकरण (एनएडीए) द्वारा किए गए परीक्षणों में प्रतिबंधित पदार्थों स्टैनोज़ोलोल, मेथेनडिएनोन, डीएचसीएमटी और क्लेनब्यूटेरोल की उपस्थिति/उपयोग के लिए दंडित किया गया है।
विश्व एथलेटिक्स द्वारा डोपिंग रोधी गतिविधियों का संचालन करने के लिए स्थापित एक स्वतंत्र निकाय, एआईयू ने मंगलवार को एक आधिकारिक बयान में कहा कि रचना का निलंबन 24 नवंबर, 2023 से 23 नवंबर, 2035 तक चलेगा।
रचना द्वारा यह दूसरा डोपिंग रोधी नियम का उल्लंघन है, जिसने पहले 10 फरवरी, 2015 को एकत्र किए गए नमूने में मेटेनोलोन की उपस्थिति के लिए 18 मार्च, 2015 से 17 मार्च, 2019 तक चार साल के लिए उन्हें अयोग्य करार दिया गया था।
रचना ने 24 सितंबर, 2023 को पटियाला में दो गैर-प्रतिस्पर्धा परीक्षणों के दौरान दो नमूने प्रदान किए। उन्होंने नाडा इंडिया द्वारा आयोजित परीक्षणों में 37वें राष्ट्रीय खेल गोवा में एक प्रतियोगिता नमूना भी प्रदान किया।
24 सितंबर को लिए गए नमूनों में से एक का परीक्षण स्विट्जरलैंड के लॉज़ेन में वाडा-मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में किया गया था।
एआईयू ने नोट किया कि एथलीट के पास उसके नमूनों में पाए गए स्टैनोज़ोलोल, मेथंडिएनोन या डीएचसीएमटी के मेटाबोलाइट्स के लिए चिकित्सीय उपयोग छूट नहीं थी।
एआईयू के एक नोटिस के जवाब में, रचना ने दावा किया कि 19 जून, 2023, 8 सितंबर, 2023, 11 सितंबर, 2023 और 1 नवंबर, 2023 को उससे एकत्र किए गए नमूने नकारात्मक थे और बी नमूने के विश्लेषण का अनुरोध किया गया था।
इस बीच, नाडा इंडिया ने उन्हें सलाह दी कि 1 नवंबर, 2023 को एकत्र किया गया उनका नमूना क्लेनब्यूटेरोल के लिए सकारात्मक आया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा।
एआईयू ने नाडा से मामले की जांच अपने हाथ में ली और रचना से विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी मांगी, जिसका वह जवाब देने या कोई जानकारी देने में विफल रहीं।
जनवरी 2024 में, उनके 'बी' नमूने का भी परीक्षण किया गया और ए नमूने के परिणामों की पुष्टि की गई। एआईयू ने 22 जनवरी को उन्हें दोषी ठहराया और उन्हें नोटिस का जवाब देने के लिए कहा, जिसका एथलीट 5 फरवरी तक जवाब देने में विफल रहीं।
यह मानते हुए कि यह उनका दूसरा अपराध था और इस तथ्य को कि उसने इतने सारे प्रतिबंधित पदार्थों के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है, एआईयू ने उन्हें 12 साल के लिए निलंबित कर दिया और फैसला सुनाया कि 24 सितंबर, 2023 से उनके सभी परिणाम अयोग्य घोषित कर दिए जाएंगे और कोई भी उपाधि, पुरस्कार , उस तिथि से अर्जित पदक, अंक, पुरस्कार और उपस्थिति राशि जब्त कर ली जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील