सरकार का फोकस युवाओं के कौशल, नेतृत्व और मानसिक स्वास्थ्य पर : मांडविया

 


नई दिल्ली, 08 दिसंबर (हि.स.)। केंद्र सरकार युवाओं के कौशल विकास, नेतृत्व क्षमता और मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करने के लिए व्यापक कार्यक्रमों और योजनाओं पर काम कर रही है। यह जानकारी युवा मामले और खेल मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने सोमवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में दी।

मंत्री ने बताया कि युवा कार्यक्रमों का क्रियान्वयन ‘मेरा युवा भारत’ और ‘नेशनल सर्विस स्कीम’ के माध्यम से किया जा रहा है। ये दोनों प्लेटफॉर्म युवाओं को लीडरशिप डेवलपमेंट, स्किल एन्हांसमेंट, नागरिक सहभागिता और अनुभवात्मक सीख के अवसर प्रदान करते हैं।

माई भारत के प्रमुख कार्यक्रम

वित्त वर्ष 2023-24 और 2024-25 के दौरान कई गतिविधियां आयोजित की गईं, जिनमें विकसित भारत एमबेस्डर - युवा कनेक्ट, विकसित भारत@2047 डिक्लेमेशन कॉन्टेस्ट, नेबरहुड यूथ पार्लियामेंट, और विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग / यूथ पार्लियामेंट प्रमुख हैं।

माई भारत पोर्टल के माध्यम से 18–29 आयु वर्ग के युवाओं को पुलिस, डाक सेवा, जन औषधि केंद्र और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में अनुभवात्मक प्रशिक्षण (ईएलपी) उपलब्ध कराया जा रहा है। 2025–26 की वार्षिक कार्य योजना के तहत वोकशनल ट्रेनिंग युवाओं के सॉफ्ट स्किल्स और जीवन कौशल को बढ़ाने पर केंद्रित है।

राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान (आरजीएनआईवाईडी भी नेतृत्व, लाइफ स्किल्स और क्षमता निर्माण पर प्रशिक्षण आयोजित करता है।

रोजगार व कौशल विकास के लिए राष्ट्रीय योजनाएं

सरकार पीएमईजीपी, एमजीएनआरईजीएस, डीडीयू-जीकेवाई, आरएसईटीआई, डीएवाई-एनयूएलएम और पीएमएमवाई जैसी योजनाओं के माध्यम से रोजगार सृजन और कौशल विकास को बढ़ावा दे रही है। स्किल इंडिया मिशन के तहत कौशल, री-स्किल और अप-स्किल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

बजट 2024-25 में घोषित प्रधानमंत्री पैकेज में 5 वर्ष में 4.1 करोड़ युवाओं को रोजगार और कौशल अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।

नेशनल करियर सर्विस (एनसीएस) पोर्टल जॉब मैचिंग, करियर काउंसलिंग और प्रशिक्षण संबंधी जानकारी प्रदान करता है, जबकि एसपायर (ASPIRE) योजना ग्रामीण युवाओं और महिलाओं के लिए कृषि क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा देती है।

मानसिक स्वास्थ्य और नशा मुक्ति पर जोर

एनएसएस और माई भारत मानसिक स्वास्थ्य और युवा कल्याण के लिए योग दिवस, खेल प्रतियोगिताएं, ध्यान सत्र और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

एनएसएस आयुष्मान भारत और टेली-मानस जैसे कार्यक्रमों की भी जागरूकता फैलाता है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में पूरे देश में ड्रग एडिक्शन और सब्सटेंस एब्यूज़ पर जागरूकता अभियान चलाया गया।

सरकार मेंटल हेल्थ एक्ट 2017 और नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के तहत मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर रही है। 10 अक्टूबर 2022 को लॉन्च किए गए नेशनल टेली मेंटल हेल्थ प्रोग्राम तथा टेली मानस मोबाइल ऐप के जरिए देशभर में मानसिक परामर्श सेवाए सुलभ कराई जा रही हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश की पहली नेशनल सुसाइड प्रिवेंशन स्ट्रेटजी भी तैयार की है।

डॉ मांडविया ने कहा कि सरकार युवाओं को कौशल, नेतृत्व और मानसिक संतुलन से सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि वे विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय