भारत की राष्ट्रीय टीम का कोच बनना मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा : हेड कोच मार्केज
नई दिल्ली, 11 अगस्त (हि.स.)। भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के मुख्य कोच मनोलो मार्केज ने कहा कि भारत की राष्ट्रीय टीम का कोच बनना मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है। उन्होंने कहा कि मैं पहले दिन से भारत से जुड़ाव महसूस कर रहा हूं।
पिछले महीने सीनियर पुरुष फुटबॉल राष्ट्रीय टीम का मुख्य कोच नियुक्त होने के बाद मार्केज ने रविवार को नई दिल्ली में पहली बार मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सबसे पहले, मैं बहुत आभारी हूं और मैं अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को मुझ पर भरोसा जताने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद कहना चाहता हूं। यह भारत में मेरा पांचवां सीजन है और अगर आप मुझसे पांच साल पहले पूछते कि मैं भारत में पांच साल बिताऊंगा, तो शायद मुझे लगता कि यह पागलपन है। स्पेन के बाद भारत मेरा देश है। यह वह विदेशी देश है जहां मैंने सबसे ज्यादा समय बिताया है। लंबे समय से मैं सोच रहा था कि शायद एक दिन मैं राष्ट्रीय टीम का कोच बनूंगा और अब मैं यहां हूं। मैं बहुत खुश हूं और भारत की राष्ट्रीय टीम का कोच बनना मेरे लिए एक सपना है।
मार्केज पहली बार 2020-21 इंडियन सुपर लीग सीजन से पहले हैदराबाद एफसी की कमान संभालने के लिए भारत आए थे और भारतीय खिलाड़ियों के साथ उच्छा समय बिताया है। उन्होंने कहा कि मैंने हैदराबाद एफसी के साथ अपने पहले प्रशिक्षण सत्र से ही पहले दिन से भारत से जुड़ाव महसूस किया है। भारतीय खिलाड़ियों के साथ मेरा जुड़ाव बहुत अच्छा है। आप मुझसे पूछ सकते हैं कि वे कहां से हैं, उनके परिवार के कितने सदस्य हैं, खिलाड़ियों के हर राज्य में परंपराएं या विभिन्न प्रकार की संस्कृतियां क्या हैं। एक विदेशी के रूप में, आपको फुटबॉल में भी नई चीजों के साथ तालमेल बिठाना पड़ता है। आपको यह जानना होगा कि भारतीय खिलाड़ी कैसे हैं।
उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने इगोर स्टिमक की जगह 55 वर्षीय मार्केज को राष्ट्रीय पुरुष टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया था। इसके अलावा मार्केज 2024-25 सत्र के दौरान एफसी गोवा के मुख्य कोच के तौर पर भी अपनी भूमिका जारी रखेंगे। वह क्लब और राष्ट्रीय टीम दोनों की जिम्मेदारियां संभालेंगे। वह 2025 से पूरी तरह से भारतीय टीम की कोचिंग की भूमिका संभालेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / वीरेन्द्र सिंह / पवन कुमार