तीरंदाजी : ओलंपिक पदकों पर निशाना साधने का लक्ष्य तय

 


अयोध्या, 26 नवम्बर (हि.स.)। भारतीय तीरंदाज ओलंपिक में अधिक से अधिक मेडल पर निशाना साध सकें, इसके लिए कोच और संघ मिशन मोड में काम करेंगे। तीरंदाजी संघों के पदाधिकारियों और कोचों की बैठक में यह लक्ष्य किया गया है कि तीरंदाजी में भारत को नंबर एक बनाना है।

राष्ट्रीय सीनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता के दौरान हुई विभन्न राज्यों के खेल संघों के अध्यक्ष व सचिव और कोचों की बैठक में भारतीय तीरंदाजी संघ के महासचिव प्रमोद चंद्रूलकर ने स्पष्ट संदेश दिया कि भारत को खेलों में नंबर एक बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए 2024 के ओलंपिक खेलों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। सभी कोचों को इस तरफ ध्यान देना चाहिए कि अब कंपाउंड से हटकर रिकर्व पर जोर दिया जाए, क्योंकि यही प्रतियोगिता ओलंपिक में होती है। अभी हम तीसरे नंबर हैं। कोरिया नंबर एक तथा चीन नंबर दो पर है। उन्होंने कोचों को ओलंपिक में चयन की प्रक्रिया की भी जानकारी दी और इसके आधार पर ही तीरंदाजों को तैयार करने का निर्देश दिया।

उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि तीरंदाजी संघों को कोच संख्या बढ़ानी चाहिए, ताकि खिलाड़ियों पर ठीक से ध्यान दिया जा सके। उदयीमान युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा की निखारने पर विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि वही भविष्य हैं। प्रदेश तीरंदाजी संघ के महासचिव अजय गुप्ता ने कहा कि तीरंदाजी अनुशासन का खेल है। विश्व में भारतीय तीरंदाजों के अनुशासन की प्रशंसा हो रही है। हमें रिकर्व पर फोकस कर ओलंपिक में भी पदकों की धूम मचानी है।

हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/राजेश