सीडीपीएचआर ने की बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हिंसा के खिलाफ वैश्विक हस्तक्षेप की मांग
नई दिल्ली, 23 दिसंबर (हि.स.)। सेंटर फॉर डेमोक्रेसी, प्लूरलिज़्म एंड ह्यूमन राइट्स (सीडीपीएचआर) ने बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा हत्या किए जाने की कड़ी निंदा करते हुए इसे मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया है। संस्था ने कहा कि यह घटना केवल एक आपराधिक कृत्य नहीं, बल्कि धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती भीड़ हिंसा और बांग्लादेश सरकार की विफलता का प्रतीक है।
सीडीपीएचआर की विज्ञप्ति में सभी सरकारों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और नागरिक समाज से अपील की गई है कि वे दीपू चंद्र दास की हत्या और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा की स्पष्ट निंदा करें। संगठन ने जोर देकर कहा कि इस तरह की घटनाओं पर चुप्पी मानवाधिकारों की सार्वभौमिकता को कमजोर करती है।
विज्ञप्ति में यह भी मांग की गई है कि दीपू चंद्र दास की हत्या सहित अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के मामलों में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराई जाए तथा अपराधियों के साथ-साथ हिंसा को बढ़ावा देने वालों को भी जवाबदेह ठहराया जाए।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा