लाल चौक पर क्या, कश्मीर की गली-गली में आज फहरता है तिरंगाः अनुराग ठाकुर

 


नई दिल्ली, 5 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर आरक्षण और पुनर्गठन संशोधन विधेयक पर लोकसभा में चर्चा के दौरान हस्तक्षेप करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर नेहरू की गलतियों के कारण जो भूल हुई थी, उसे मोदी सरकार ने भारत की संसद में सुधारा।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि भाजपा की सरकार ने अनुच्छेद 370 35 ए को हटाया और जब कोरोना का समय था उस समय भी डीडीसी के चुनाव किसी ने जम्मू कश्मीर में करवाएं तो यह नरेन्द्र मोदी जी की सरकार की प्रतिबद्धता थी और सफल चुनाव हुए। अगर पंचायती राज के नुमाइंदो की बात करें न केवल चुने गए प्रधानमंत्री जी उनसे स्वयं मिले भी और यह सुनिश्चित भी किया कि कश्मीर के गांव गांव तक विकास भी कैसे हो।

उन्होंने कहा कि महाराजा हरि सिंह का ही नाम भूल गए जिन्होंने विलय पर साइन किया था। क्या उनका उसमें कोई योगदान नहीं होगा ? सरदार पटेल जिन्होंने 553 रियासतों को भारत में जोड़कर आज मजबूत भारत की नींव किसी ने रखी है तो सरदार वल्लभभाई पटेल जी ने रखी है। अनुराग ठाकुर ने विपक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि आपने ठीक कहा किसी भी फौजी या पुलिस वाले की शहादत पर हम सबको उतना ही दुख होता है जितना आपको होता लेकिन उससे ज्यादा दुख मुझे उसे बात का कि 75 साल में 60 साल से ज्यादा आप सत्ता में रहे 45000 लोगों की मौत जम्मू कश्मीर में हुई जिसमें हजारों सैनिकों की भी मृत्यु हुई , शहादत हुई तब तक तो आप में से कोई नहीं बोला। 10 साल आप उस सरकार का हिस्सा रहे। हमारे फौजी भाई बुलेट प्रूफ जैकेट मांगते रहे 10 साल तक आप खरीद नहीं पाए शायद कमीशन को ढूंढ रहे होंगे। यह नरेन्द्र मोदी जी की सरकार है जिसने मेक इन इंडिया ही सही बुलेट प्रूफ जैकेट 2 लाख से ज्यादा देने का काम किया है।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि सुषमा जी अरुण जेटली जी यह नेता प्रतिपक्ष थे लोकसभा, राज्यसभा के और तिरंगा झंडा 26 जनवरी को लाल चौक पर फहराने की बात करते थे तब उस समय किसकी सरकार वहां पर थी। जेल में हमें डाल दिया गया था। अपराध केवल इतना था कि जम्मू कश्मीर में झंडा फहराने की बात की थी। पहले पथराव होते थे, लोगों को मारा जाता था, आज कोई पथराव धारा 370 और 35 (ए) हटने के बाद नहीं हो रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/प्रभात