मैं भारत व अमेरिका दोनों देशों से प्यार करती हूंः मिलबेन

 


नई दिल्ली, 13 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री मोदी के सामने गत वर्ष अमेरिका में भारत का राष्ट्रगान गाने वाली राजस्थान के डॉ. मोक्षराज की शिष्या और अफ्रीकी अमेरिकी मूल की हॉलीवुड अभिनेत्री एवं प्रसिद्ध गायिका मैरी मिलबेन ने अमेरिका तथा भारत के प्रति अपने प्यार को व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर कहा कि मैं उन दो देशों का राष्ट्रगान गाती हूँ, जिन्हें मैं बहुत प्यार करती हूँ ।

मैरी मिलबेन को भारत की संस्कृति और भारत का राष्ट्रगान सिखाने वाले डॉ. मोक्षराज को मिलबेन ने फोन पर बताया कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि वह दोनों देशों का राष्ट्रगान गाकर करोड़ों भारतीयों एवं अमेरिकी लोगों तक पहुंची। उन्होंने कहा कि वह अमेरिका की धरती पर पहली बार आयोजित होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए अमेरिकी राष्ट्रगान का लाइव प्रदर्शन करने वाली पहली अमेरिकी कलाकार बनीं। वह स्वयं को स्टेडियम में उपस्थित 34,000 लोगों की भीड़ और दुनिया भर के लाखों दर्शकों के मध्य पाकर अत्यंत प्रसन्न थीं।

उल्लेखनीय है कि डॉ. मोक्षराज ने मैरी मिलबेन को सन् 2020 में हिन्दी भाषा व भारत की संस्कृति सिखाने के साथ-साथ भारत का राष्ट्रगान एवं भारत में लोकप्रिय ओम् जय जगदीश हरे भजन भी नि:शुल्क सिखाया था ।

डॉ. मोक्षराज ने बताया कि मैरी मिलबेन ने 3 माह में ही भारत का राष्ट्रगान सीख कर उसे 14 अगस्त 2020 को प्रसारित किया तथा 14 नवम्बर, 2020 को दीपावली के अवसर पर एरिज़ोना की पहाड़ियों में स्थित एक चर्च में शूट की गई आरती ओम् जय जगदीश हरे गाकर करोड़ों भारतीयों का हृदय जीत लिया था ।

मैरी मिलबेन ने न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र महासंघ के मुख्यालय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2023 के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ प्रथम पंक्ति में योगाभ्यास भी किया था तथा वाशिंगटन डीसी स्थित रोनाल्ड रीगन सेंटर में हज़ारों प्रमुख प्रवासी भारतीयों एवं भारत के प्रधानमंत्री के समक्ष भारत का राष्ट्रगान गाने के पश्चात् जब मैरी मिलबेन ने प्रधानमंत्री के चरण छूकर भारत के प्रति अपनी अपार श्रद्धा व्यक्त की तब यह दृश्य भी विश्वभर में वायरल हो गया था ।

भारत के इतिहास में संभवत: यह पहली घटना थी कि जब अमेरिका के किसी प्रसिद्ध नागरिक की ओर से बड़े मंच पर भारत के प्रधानमंत्री के चरण स्पर्श किए गए । साथ ही मिलबेन ने कल क्रिकेट मैच के दौरान केसरिया वस्त्र धारण कर अपनी सांस्कृतिक रुचि को भी व्यक्त किया है ।

योगगुरु डॉ. मोक्षराज वाशिंगटन डीसी, अमेरिका स्थित भारतीय राजदूतावास में प्रथम सांस्कृतिक राजनयिक एवं भारतीय संस्कृति शिक्षक रहे हैं। जो आज भी मिलबेन को नि:शुल्क शिक्षा देते हैं ।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनूप/दधिबल