बंगाल के पूर्व सैनिक की रूस से वापसी के लिए राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग

 

कोलकाता, 18 जुलाई (हि.स.)। उत्तर बंगाल में कालीम्पोंग के पूर्व सैनिक उरगेन तामांग की स्थिति गंभीर होती जा रही है। उनके परिवार और शुभचिंतक इस चिंता में डूबे हैं कि तामांग रूस में फंस गए हैं और उनकी कोई खबर नहीं मिल रही है। अब परिजन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मदद की गुहार लगाएंगे।

तामांग जनवरी में बेहतर रोजगार की तलाश में रूस गए थे, लेकिन परिवार का कहना है कि उन्हें वहां जबरन रूसी सेना में शामिल कर लिया गया और यूक्रेन युद्ध के मोर्चे पर भेज दिया गया। अंतिम बार उनका संपर्क गत सोमवार शाम को हुआ था और उसके बाद से उनकी कोई खबर नहीं मिली है।

कालीम्पोंग नगरपालिका बोर्ड के अध्यक्ष रबी प्रधान ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और विदेश मंत्री को कई बार पत्र लिखे लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। प्रधान अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मदद की गुहार लगाने की तैयारी कर रहे हैं।

उरगेन की पत्नी अंबिका और उनकी दो बेटियों के साथ पूरा परिवार असमंजस में है और उनकी सुरक्षित वापसी की प्रार्थना कर रहा है। तामांग के परिवार और उनके शुभचिंतकों की उम्मीदें अब राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की अपील पर टिकी हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर / संतोष मधुप / संजीव पाश