कर्नाटक विधानसभा शिष्टमंडल ने पंजाब के नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन प्रोजेक्ट की ली जानकारी

 


पंजाब विधानसभा के कामकाज को हाई-टेक बनाने के लिए बनी डिजिटल विंग: संधव

पंजाब की तरह कर्नाटक विधानसभा में डिजिटल प्रणाली बनाने पर कर रहे विचार: फ़रीद

चंडीगढ़, 22 नवंबर (हि.स.)। पंजाब विधानसभा में पहली बार लागू किये नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन प्रोजेक्ट सम्बन्धी जानकारी हासिल करने के लिए कर्नाटक विधानसभा स्पीकर के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल पंजाब पहुंचा है। इस शिष्टमंडल ने बुधवार काे पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां से मुलाकात की।

बुधवार को पंजाब विधानसभा सचिवालय में हुई मीटिंग में स्पीकर स. संधवां ने बताया कि पंजाब विधानसभा के समूचे कामकाज को कागज़ रहित कर दिया गया है और विधानसभा सत्रों का समूचा कामकाज पूर्ण तौर पर डिजिटल और पेपरलैस तरीके से हो रहा है। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन ( नेवा) कान्फ़्रेंस-कम-वर्कशाप करवा के समूह विधायकों और प्रशासनिक सचिवों को नयी प्रणाली के अंतर्गत कामकाज करने का प्रशिक्षण दिया गया था। उन्होंने बताया कि पंजाब विधानसभा के कामकाज को हाई-टेक बनाने और आधुनिक प्रोद्यौगिकी के साथ जोड़ने के लिए डिजिटल विंग स्थापित किया गया है। डिजिटल विंग में आईटी सेल, एनआईसी सैल, हाई टेक ट्रेनिंग रूम (नेवा सेवा केंद्र), हाई-टेक कंट्रोल रूम, नेटवर्क कंट्रोल रूम शामिल हैं। स्पीकर ने बताया कि कि नेवा एप के प्रयोग से जहां सदन की कार्यवाही की लाइव वैबकास्टिंग से लोगों की भागीदारी बढ़ी है, वहीं पंजाब विधानसभा के सचिवालय का कामकाज और भी आसान हुआ है।

इस मौके पर कर्नाटक विधानसभा स्पीकर यूटी खादेर फ़रीद ने कहा कि नेशनल ई विधान एप्लीकेशन एक समर्थ प्रणाली है, जिससे पंजाब विधानसभा की समूची कार्यप्रणाली संतोषजनक ढंग से चलती है। उन्होंने कहा कि हम पंजाब की तर्ज़ पर कर्नाटक विधानसभा में एक ऐसी व्यवस्था लागू करने के बारे सोच रहे हैं, जो हमारी ज़रूरतों और कार्यप्रणाली के अनुसार काम करे।

कर्नाटक के शिष्टमंडल में कर्नाटक विधानसभा स्पीकर फ़रीद के अलावा सचिव कर्नाटक विधान परिषद केआर महालक्ष्मी, सचिव कर्नाटक विधानसभा एमके विशालकशी, कर्नाटक स्पीकर के निजी सचिव महेश कारजगी, सलाहकार ओम प्रकाशा, कर्नाटक विधान परिषद की अतिरिक्त सचिव एस. निर्मला, डायरेक्टर (आईटी) जेई शशीधर, ओएसडी टू चेयरमैन विधान परिषद केडी शीला और चीफ़ एडीटर ऑफ डिबेटस एम शशिकांत शामिल हैं।

इससे पहले विवेक शर्मा, एसआईओ (एनआईसी) ने अपनी टीम के सहयोग के साथ एक विशेष प्रस्तुति शिष्टमंडल को दी, जिसमें नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन सम्बन्धी विस्तृत जानकारी साझा की गई।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील