यमुनोत्री-गंगोत्री यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों की मदद में जुटा पुलिस-प्रशासन, तीर्थयात्री कर रहे हैं तारीफ
-तीर्थयात्रियों को निःशुल्क भोजन, पानी और मेडिकल सुविधा हो रही मुहैया
-होल्डिंग पॉइंट पर कर्मचारियों की टीम बसों में बांट रही जरूरी खाद्य सामग्री
देहरादून/उत्तरकाशी, 20 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्ती के बाद यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के यात्रा मार्गों पर ट्रैफिक दबाव के बीच पुलिस-प्रशासन की टीम मोर्चा संभाल रही है। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम की तीर्थयात्रा पर आए तीर्थयात्रियों के बीच देवभूमि में अतिथि देवो भव का संदेश जा रहा है। ट्रैफिक दबाव और भारी भीड़ जुटने पर तीर्थयात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए पुलिस-प्रशासन कदम कदम पर देवदूत की भूमिका में नजर आ रहे हैं। तीर्थयात्री भी पुलिस-प्रशासन की मदद की तारीफ कर रहे हैं।
चारधाम यात्रा में इस बार भारी भीड़ उमड़ी है। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में क्षमता से ज्यादा तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। यात्रा रूट पर पहली बार तीर्थयात्रियों को हर मदद मुहैया हो रही है। मार्ग से लेकर धाम तक दबाव बढ़ा तो पुलिस प्रशासन ने निरंतर डटे रहकर व्यवस्थाओं को कायम रखने के साथ ही भारी संख्या में आने वाले यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं भी मुहैया करवाई हैं, जिससे यात्रा सुचारु और सुव्यवस्थित चल रही है।
खुद मुख्यमंत्री धामी यमुनोत्री धाम के बड़कोट के यात्रा रूट पर उतरे और तीर्थयात्रियों से फीडबैक लिया। रिकॉर्ड संख्या में यात्रियों के पहुंचने के बावजूद शासन-प्रशासन के द्वारा किये गए इंतजामों की तीर्थयात्रियों द्वारा व्यापक सराहना की जा रही है।
मुम्बई से आयीं शीतल चौधरी ने कहा कि वह यमुनोत्री यात्रा पर आई हैं। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि भारी भीड़ के बीच पहाड़ों में सुव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था और हर कदम पर दिन रात मदद के लिये तत्पर पुलिस-प्रशासन के लोगों ने उन्हें बेहद प्रभावित किया है। उन्होंने यात्रा व्यवस्थाओं की खुल कर तारीफ की है।
कुछ इसी तरह काशी से आये योगेंद्र कुमार ने कहा कि वह गंगा के दर्शन को पहुंचे हैं। गंगोत्री आने तक किसी भी तरह की परेशानी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि गंगा दर्शन से लेकर आने जाने में किसी तरह की दिक्कतें नहीं हुई है। हरिद्वार से हर साल यात्री बस लेकर आने वाले फरयाज ने कहा कि यात्रा में पिछले 20 सालों से आ रहा हूं। लेकिन इस बार जो भीड़ दिखी, वह कभी नहीं दिखी। उन्होंने कहा कि यमुनोत्री रूट पर वाहनों दबाव तो बढ़ा, लेकिन व्यवस्थित ट्रैफिक को लेकर प्लान तारीफ के लायक है। उन्होंने कहा कि होल्डिंग पॉइंट से व्यवस्था नियंत्रित और सुचारु हुई है।
भोपाल निवासी योगेश श्रीवास्तव ने बताया कि यात्रा मार्ग पर खाने, रहने, पानी और मेडिकल व्यवस्था मिल रही है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और सरकार की व्यवस्थाओं को बड़ा मददगार बताया है। उन्होंने कहा कि व्यवस्थित तीर्थयात्रा के लिए प्रशासन की व्यवस्थाएं बहुत अच्छी है। इसी तरह यमुनोत्री और गंगोत्री आने वाले तीर्थयात्रियों ने भी व्यवस्थाओं की तारीफ की है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज