विश्व धरोहर समिति की बैठक का रंगारंग समापन, धरोहर के संरक्षण में मिलकर काम करने का किया गया आह्वान

 


- भारत में आयोजित 46वें विश्व धरोहर समिति की बैठक गर्व का विषयः केंद्रीय मंत्री शेखावत

नई दिल्ली, 30 जुलाई (हि.स.)। भारत मंडपम में चल रही 46वें विश्व धरोहर समिति की बैठक का रंगारंग कार्यक्रम के साथ समापन हो गया। मंगलवार को आयोजित समापन समारोह में केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सभी 165 देशों से ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण में मिलकर कर काम करने का आह्वान किया। समापन समारोह में अपने संबोधन में गजेंद्र सिंह शेखावत ने सभी ड्लेगेट्स का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत में आयोजित 46वें विश्व धरोहर समिति की बैठक गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक आयोजन में भारत ने संस्कृति धरोहर के संरक्षण और रख रखाव को हमेशा से प्राथमिकता दी है। विशेषकर दक्षिण एशिया में धरोहर के सन

उन्होंने कहा कि धरोहर के संरक्षण को लेकर अपनी प्राथमिकताओं को दर्शाते हुए भारत ने दस लाख डॉलर की सहायता देने की घोषणा की है। हमने हमेशा से संस्कृति धरोहर के संरक्षण पर जोर दिया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत सरकार ने हमेशा से ही विकास के साथ विरासत के संरक्षण पर जोर दिया है। इस दस दिनों की बैठक में विश्व धरोहर की सूची में 24 नए धरोहर शामिल किए गए हैं। भारत से भी मोइदम को विश्व धरोहर में शामिल किया गया है। उन्होंने विदेशों से भारत लाई गई एंटीक्विटी के प्रदर्शनी का जिक्र करते हुए गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रदर्शनी में 25 इसे ऐतिहासिक मूर्तियों का प्रदर्शन किया गया है। उन्होंने अपने संबोधन को रिग वेद के श्लोक से किया जिसमे उन्होंने धरोहर को सहेजने में सभी से मिलकर एक साथ काम करने का आह्वान किया।

इस मौके पर विश्व धरोहर समिति के अध्यक्ष विशाल शर्मा ने सभी भाग लेने वालों देशों का आभार व्यक्त किया। अगली समिति की बैठक बुलगारिया में आयोजित होगी। इस मौके पर शिलांग चैंबर कोयर ने समां बांधा।

हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी / प्रभात मिश्रा