आगामी तीन महीने में उत्तर भारत में बारिश सामान्य से अधिक रहने की संभावना
नई दिल्ली, 01 जनवरी (हि.स.)। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आने वाले तीन महीनों में उत्तर भारत में बारिश सामान्य से अधिक रहने की संभावना जताई है। सुदूर दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत, सुदूर उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से नीचे वर्षा होने की संभावना जताई है। सोमवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जनवरी से मार्च 2024 के लिए वर्षा का पूर्वानुमान और जनवरी 2024 के दौरान वर्षा और तापमान की जानकारी दी गई।
मौसम विभाग के अनुसार आगामी शीत ऋतु (जनवरी से मार्च 2024) के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में वर्षा सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है, जो कि लंबे समय की अवधि के औसत (एलपीए) का 86 फीसदी से अधिक है। इसे रबी की फसल के लिए अच्छा माना जा रहा है।
विभाग के अनुसार, देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक ऋतु वर्षा होने की संभावना है केवल सुदूर दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत, सुदूर उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर, जहां सामान्य से नीचे वर्षा होने की संभावना है।
वहीं, जनवरी 2024 में बारिश के पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में मासिक वर्षा सामान्य से अधिक होने की संभावना है। देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है केवल उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों को छोड़कर, जहां सामान्य से लेकर सामान्य से नीचे बारिश होने की संभावना है।
जनवरी 2024 में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना
जनवरी 2024 के दौरान, देश के कई हिस्सों में मासिक न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है, केवल उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, जहां सामान्य से लेकर सामान्य से नीचे न्यूनतम तापमान होने की संभावना है। जनवरी 2024 के दौरान मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में शीत लहर वाले दिनों की संख्या सामान्य से कम होने की संभावना है।
मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में जनवरी 2024 के लिए मासिक अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। प्रायद्वीपीय भारत और पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
हिन्दुस्थान समाचार/विजयलक्ष्मी/आकाश