मिजोरम की सभी 40 और छत्तीसगढ़ की 20 विधानसभा सीटों पर कल होगा मतदान

 


नई दिल्ली, 06 नवंबर (हि.स.)। मिजोरम विधानसभा की सभी 40 सीटों और छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले चरण की 20 सीटों पर मंगलवार को मतदान होगा। चुनाव आयोग ने मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।

छत्तीसगढ़ विधानसभा क्षेत्र पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट विधान में सुबह 8:00 बजे से 5:00 बजे तक मतदान होगा। विधानसभा क्षेत्र - मोहला मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा में सुबह 7:00 से शाम 3:00 बजे तक मतदान होगा। बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों पर दो स्लॉट में वोट डाले जाएंगे और ये सभी 12 सीटें नक्सल प्रभावित इलाके में आती हैं। चुनाव से कई दिन पहले ही नक्सली बस्तर संभाग के अलग-अलग इलाकों में चुनाव के बहिष्कार के पर्चे लगा चुके हैं।

छत्तीसगढ़ की 20 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले मतदान में 223 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें से 23 महिलाएं हैं। इनके भाग्य का फैसला राज्य के 40 लाख 78 हजार मतदाता करेंगे। 2018 में प्रथम चरण में 18 विधानसभा क्षेत्र में 76.47 प्रतिशत मतदान हुआ था।

चुनाव आयोग ने पहले चरण के लिए 5304 मतदान केंद्र बनाए हैं। इनमें से 20 दिव्यांगजन और 20 युवाओं द्वारा संचालित मतदान केंद्र हैं। सुचारू चुनाव के लिए 21,206 मतदान कर्मी और 4204 अतिरिक्त कर्मी तैनात किए गए हैं। दुर्गम एवं संवेदनशील मतदान केद्रों पर 156 मतदान दलों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान केंद्रों तक पहुंचाया गया है। शेष 5148 मतदान दल बस के माध्यम से आज मतदान केंद्र पहुंच चुके हैं।

इस चरण के लिए मंगलवार को 6504 सेंट्रल यूनिट, 6965 वीवीपैट और 6504 बैलट यूनिट लगाए गए हैं।

उधर, मिजोरम की सभी 40 विधानसभा सीटों पर मंगलवार को मतदान होगा। यहां सुबह 7 बजे से शाम 4.00 बजे तक वोट डाले जाएंगे। इसके लिए 1276 पोलिंग मतदान केंद्र बनाए गए हैं। राज्य में 8.50 लाख मतदाता हैं। यहां 1531 कंट्रोल यूनिट 1531 बैलट यूनिट और 1659 वीवीपैट मशीन लगाई गई हैं। मिजोरम विधानसभा क्षेत्र में 174 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। यहां के मुख्य राजनीतिक दल मिजो नेशनल फ्रंट, जोरम पीपुल्स मूवमेंट और कांग्रेस हैं। मिजो नेशनल फ्रंट भाजपा नेतृत्व वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस का हिस्सा है। चुनाव आयोग के अनुसार सूबे में 30 मतदान केंद्र संवेदनशील है।

मतदान से पहले म्यांमा से लगती 510 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा और बांग्लादेश से लगती 318 किलोमीटर लंबी सीमा को सील कर दिया गया है। इसके अलावा असम के तीन जिलों, मणिपुर के दो और त्रिपुरा के एक जिले से लगीं अंतर-राज्यीय सीमाएं भी बंद कर दी गई हैं। शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए कम से कम 3,000 पुलिस कर्मियों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के 5,400 कर्मियों को तैनात किया गया है।

पांच राज्यों में चार चरणों में मतदान कराया जा रहा है, जिनके नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/अनूप

/दधिबल