वाराणसी में वाई-20 शिखर सम्मेलन में अमृतकाल को सशक्त बनाने पर चर्चा
वाराणसी, 19 अगस्त (हि.स.)। जी-20 के तहत वाराणसी में आयोजित चार दिवसीय वाई-20 युवा शिखर सम्मेलन के तीसरे दिन शनिवार को युवाओं ने अमृतकाल को सशक्त बनाने पर चर्चा की। रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में चल रहे शिखर सम्मेलन में 'शासन में सहभागिता के जरिए अमृत पीढ़ी को सशक्त बनाने' के विषय पर चर्चा हुई। इसमें माईगव के माध्यम से बताया गया कि किस तरह आम लोग देश की योजनाओं को बनाने में साझीदार बन रहे हैं।
इस सत्र का संचालन माईगव के निदेशक आशीष खरे और वरिष्ठ प्रबंधक रेनू सिंह ने किया। सत्र की शुरुआत भारत की प्रेरक शक्ति 'युवा शक्ति' पर जोर देने वाले एक वीडियो के साथ हुई। इसके बाद मेरी सरकार प्लेटफ़ॉर्म की एक झलक दिखाई गई, जिसे भारत सरकार के नागरिक सहभागिता प्लेटफ़ॉर्म के रूप में स्थापित किया गया है।
प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि मेरी सरकार ने बार-बार नागरिकों से नीतियों का मसौदा तैयार करने के लिए इनपुट मांगा है। उनमें से राष्ट्रीय शिक्षा नीति, डेटा सेंटर नीति, डेटा संरक्षण नीति, राष्ट्रीय बंदरगाह नीति, आईआईएम विधेयक आदि शामिल हैं। मेरी सरकार भी मन की बात, वार्षिक बजट, परीक्षा पे चर्चा और ऐसी कई अन्य पहलों के लिए अक्सर विचार मांगता रहा है। इस सत्र के बाद वाई-20 ड्राफ्ट पर चर्चा हुई। इसमें पांच पूर्व निर्धारित बिंदुओं पर विमर्श हुआ। इनमें कार्य का भविष्य: उद्योग 4.0, नवाचार और 21वीं सदी के कौशल, शांति निर्माण और सुलह : युद्ध रहित युग की शुरुआत, जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम न्यूनीकरण : स्थिरता को जीवन का एक तरीका बनाना, साझा भविष्य: लोकतंत्र और शासन में युवा के लिए एजेंडा शामिल है। इन बिंदुओं की पांच ट्रैक चेयर के सतर्क मार्गदर्शन के तहत पांच अलग-अलग सम्मेलन कक्षों में विमर्श हुआ।
वाई-20 के तीसरे दिन ही रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में एक आयोजक सम्मेलन भी आयोजित किया गया। इसमें फरवरी 2023 में गुवाहाटी में आयोजित युवा-20 शिखर सम्मेलन की शुरुआती बैठक से आगे की चर्चा की गई। सम्मेलन की अध्यक्षता भारतीय प्रतिनिधि प्रियांक चौहान और संयोजक अजय कश्यप सहित वाई-20 सचिवालय के सदस्यों ने की। इस दौरान वाई-20 इंडिया के सचिव अभिषेक मल्होत्रा, आर्य झा और दृष्टि रावल भी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/पवन