राज्यपाल ने किया देश की प्रथम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित आंगनवाड़ी का उद्घाटन
-माताएं सशक्त बनेंगी तो बच्चे भी सशक्त बनेंगे, तभी देश भी सशक्त बनेगा: आनंदीबेन पटेल
-शिक्षा के साथ—साथ बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान होना चाहिए
-ऐसी व्यवस्था की जाए कि बच्चे बचपन से ही आत्मनिर्भर बन सकें
गाजियाबाद, 4 अगस्त (हि.स.)।उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को रजापुर ब्लॉक के मोरटी गांव में देश की प्रथम एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित आंगनवाड़ी का शुभारम्भ किया। साथ ही उन्होंने आंगनवाड़ी केन्द्रों को किट वितरण भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए कि बच्चे उसे समझ सके, सिर्फ रटा—रटाया ज्ञान न हो। बच्चे को समझ आना चाहिए कि वह क्या लिख रहा है, क्या बोल रहा है। उन्होने कहा कि शिक्षा के साथ—साथ बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए पाठयक्रम शिक्षा के दौरान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान इस प्रकार के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाने चाहिए जिससे बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान हो सके।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों के साथ—साथ महिलाएं भी कुपोषित हैं, जब हमारी माताएं सशक्त बनेंगी तो हमारे बच्चे भी सशक्त बनेंगे, तभी देश भी सशक्त बनेगा। हमें आंगनवाड़ी सहित अन्य के माध्यम से जानना चाहिए कि गर्भवती महिलाएं जहां भी कार्य कर रही हों, चाहे वह घरों, कम्पनी, गोदाम, कारखाना, मजदूरी सहित अन्य जगह काम कर रही हों, हमें उन लोगाें तक संदेश पहुंचना है कि वे किसी न किसी रूप में गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार प्रदान करें, जिससे कि वह स्वयं सक्षम व मजबूत हो सके और एक स्वस्थ बच्चे का जन्म दे सके।
राज्यपाल ने कहा कि गर्भधारण के उपरान्त गर्भवती महिला सहित उनके परिवारजनों को चाहिए कि वे घर में स्वस्थ वातावरण रखें, कोई भी लड़ाई—झगड़ा न हो, अच्छी—अच्छी किताबें पढ़ें और प्रेम के वातावरण में रहें, जिससे कि बच्चे पर उसका अच्छा असर पड़े और वह तन—मन से स्वस्थ जन्म लें। तब बच्चे आने वाले समय में एक सशक्त भारत के निर्माण में वह अहम भूमिका निभायेंगे।
इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि जेलों में महिलाओं से संबंधित अपराधों में 80 प्रतिशत कैदी दहेज मामलो के हैं। हमें चाहिए कि हम ऐसे समाज का निर्माण करें जहां अपराध के लिए कोई जगह न हो। यह कार्यक्रम इन्टरनेशल डिस्ट्रिक्ट 3012 के तत्वावधान में किया गया।
कैबिनेट मंत्री सुनील कुमार शर्मा, विधायक अजीतपाल त्यागी, डॉ.मंजू सिवाच, पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा, जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल, रोटरी इन्टरनेशल डिस्ट्रिक्ट 3012 के गवर्नर प्रशांत राज ने राज्यपाल का स्वागत किया गया। राज्यपाल ने आंगनवाड़ी विद्यार्थियों से वार्ता की। इस दौरान विद्यार्थियों द्वारा कविताओं की प्रस्तुति दी गई। राज्यपाल ने एआई (आर्टिफिशियल ) से विद्यार्थियों को पढ़ाने के तरीके के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि जनपद में कुल 1371 आंगनवाड़ी केन्द्र हैं, जिसमें 866 शहरी व 505 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। जिनमें 03 से 06 वर्ष के कुल 41318 बच्चे हैं जिनमें 20795 बालक व 20523 बालिका हैं। टाटा स्टील सहित अन्य कम्पनियों/संस्थाओं द्वारा आंगनवाड़ियों के निर्माण व पुनर्निर्माण का कार्य किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली / Siyaram Pandey