राम मंदिर देशवासियों के सामूहिक संकल्प, त्याग और दीर्घकालीन संघर्ष का परिणाम: चंपत राय

 


- अयोध्या की भूमि भारतीय संस्कृति और आस्था का केंद्र : नीरज बोरा

अयोध्या, 19 दिसंबर (हि.स.)। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने आज कहा कि अंतरराष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक अयोध्या में आयाेजित करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भूमि भारतीय आस्था, संस्कृति और मूल्यों का प्रतीक है। उन्हाेंने कहा कि प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर आज देशवासियों के सामूहिक संकल्प, त्याग और दीर्घकालीन संघर्ष का परिणाम है। यह मंदिर केवल एक धार्मिक संरचना नहीं बल्कि सामाजिक एकता, सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रीय आत्मसम्मान का प्रतीक है।

अंतरराष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने सामाजिक एकता पर जाेर दिया। संगठन की बैठक के प्रथम दिन संगठन को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और वैचारिक रूप से सशक्त बनाने को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में 11 सूत्रीय सामाजिक चेतना कार्यक्रम के अंतर्गत विवाह आयोजनों में प्री-वेडिंग शूट पर रोक, शाकाहार को बढ़ावा देने, लिफाफा प्रथा समाप्त करने और भोजन की बर्बादी रोकने के लिए सामूहिक संकल्प जैसे विषयों पर विचार किया गया। इसके साथ युवा व्यापारियों को संगठन से जोड़ने के लिए व्यापारी ऐप, महिला एवं युवा सशक्तिकरण, समाज की राजनीतिक भागीदारी, सदस्यता विस्तार तथा संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की रणनीतियों पर मंथन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक अग्रवाल ने की।

बैठक में लखनऊ उत्तर के विधायक एवं अंतरराष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष नीरज बोरा ने कहा कि अयोध्या की भूमि भारतीय संस्कृति और आस्था का केंद्र रही है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण से जुड़े ऐतिहासिक संघर्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि मंदिर और शिखर पर धर्मध्वजा स्थापित होना पूर्वजों के संकल्प की पूर्ति है।

क्षेत्रीय अध्यक्ष अमल गुप्ता ने बताया कि बैठक के दौरान अंतरराष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन व्यापारी दिवस और भामाशाह पुरस्कार आयोजित किए जाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। संगठन के पदाधिकारियों ने इसे समाज के प्रति योगदान को सम्मानित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। कार्यक्रम में श्याम जाजू, जगदीश मित्तल, सुरेंद्र गुप्ता, बिपिन राम अग्रवाल, राजीव परम डेरी, मिथिलेष अग्रवाल, ध्रुवदास अग्रवाल, मानवती अग्रवाल, मीना गुप्ता, अजय गुप्ता और लेखराज महेश्वरी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय