उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में कच्चे तेल व खनिज भंडार की खाेज के लिए सर्वे शुरु
-सेटेलाइट सर्वे में जिले के ब्लाॅक अछल्दा के तीन ग्रामाें में कच्चे तेल व खनिज भंडार की उम्मीद
औरैया, 19 दिसंबर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के जनपद औरैया के अछल्दा विकास खण्ड में कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस एवं खनिज भंडार की संभावनाओं के चलते सर्वे शुरू हाे गया है। इस सर्वे को लेकर पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय की ओर से जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों के साथ-साथ संबंधित थाना को भी लिखित सूचना दे दी गई है, ताकि कार्य के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय की अनुमति के बाद ऑयल इंडिया कंपनी की सहयोगी संस्था अल्फा जियो इंडिया लिमिटेड ने सर्वे किया जा रहा है। कंपनी के फील्ड ऑफिसर संतोष मौर्य ने बताया कि भू-वैज्ञानिकों ने पहले सेटेलाइट के माध्यम से क्षेत्र का सर्वे किया गया था। इसके बाद तैयार किए गए 2डी मैप के आधार पर अछल्दा विकास खण्ड के ग्राम वैसोली, छछून्द एवं नगला धुन्धे क्षेत्र में पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और खनिज भंडार होने की संभावना जताई गई है। इसी क्रम में मिशन अन्वेषण के तहत अब जमीनी स्तर पर सर्वे कार्य किया जा रहा है।
फील्ड ऑफिसर ने बताया कि सर्वे के दौरान एक सीधी लाइन में कार्य किया जाएगा। निर्धारित बिंदुओं पर मैनुअल मशीन से गड्ढा खोदकर हल्की श्रेणी का नियंत्रित कम्पन उत्पन्न किया जाएगा। इस कम्पन को आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की सहायता से रिकॉर्ड किया जाएगा, जिससे भूगर्भीय संरचना का अध्ययन किया जा सके। उन्हाेंने बताया कि कंपनी की ओर से लिखित रूप में आश्वासन दिया गया है कि सर्वे कार्य पूरी तरह सुरक्षित मानकों के अनुसार होगा और इससे मानव जीवन, पशुओं अथवा आसपास के पर्यावरण को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचेगी। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में देश के 44 जिलों में इस प्रकार का सर्वे कार्य किया जा रहा है। यदि सर्वे में पेट्रोलियम या प्राकृतिक गैस के भंडार की पुष्टि होती है, तो संबंधित किसानों की भूमि को लीज पर लेकर नियमानुसार सालाना किराया अदा किया जाएगा और प्लांट की स्थापना की जाएगी।
पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और खनिज भंडार की खाेज के लिए सर्वे शुरू हाेने से में चर्चा का माहौल है। ग्रामीणों और स्थानीय लोगों में इसे लेकर उत्साह देखा जा रहा है। यदि क्षेत्र में तेल या गैस हाेने की पुष्टि के बाद यहां प्लांट स्थापित होने से स्थानीय लाेगाें काे रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। सड़क, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं में भी सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। कुल मिलाकर इस सर्वे ने अछल्दा क्षेत्र के भविष्य को लेकर नई उम्मीद जगा दी है।
हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार