मप्र के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में आपसी संघर्ष के दौरान दो दिनों में दो बाघों की मौत

 


उमरिया, 20 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दो दिन में दो बाघों की मौत हो गई। मृत बाघ के शरीर पर चोट के गहरे निशान पाए गए हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि दूसरे बाघ के साथ हुई संघर्ष में इस बाघ की मौत हुई है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) एलएल उइके ने भी दोनों बाघों की मौत आपसी संघर्ष में होने की पुष्टि की है।

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर पीके वर्मा ने बताया कि गश्त के दौरान मंगलवार की सुबह बाघ का शव देखा गया था। गश्ती दल के कर्मचारियों ने इस बात की सूचना दी, जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। मौके पर डाग स्क्वाड को भी बुलाया गया, जिसने आसपास का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि मृतक बाघ लगभग सात वर्ष का था। बाघ के शव के निकट दूसरे बाघ के पद चिन्ह भी पाए गए हैं। मृत बाघ के शरीर पर चोट के गहरे निशान पाए गए हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि दूसरे बाघ के साथ हुई मुठभेड़ में इस बाघ की मौत हुई है।

शव का परीक्षण करने के पश्चात मौके पर ही शव दहन कर दिया गया। बताया गया है कि मौके पर वन विभाग के सभी अधिकारी, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर, एनटीसीए के प्रतिनिधि मौजूद थे। उन्होंने बताया कि दूसरे बाघ का शव किला मार्ग से लगभग दो किलोमीटर दूर पाया गया है। बुधवार की सुबह गश्तीदल ने दूसरे बाघ के शव को भी देखा और इसकी सूचना पार्क प्रबंधन को दी गई। इसके बाद यह जानकारी सामने आई कि मरने वाला दूसरा बाघ वही है, जिसके साथ आपसी संघर्ष में एक दिन पहले एक बाघ की जान गई थी। दूसरे बाघ की मौत की पुष्टि तो पार्क प्रबंधन ने की है, लेकिन अभी बाघ के बारे में पूरा विवरण जारी नहीं किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/मुकेश/सुनीत