वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन

 

कोलकाता, 30 नवंबर (हि.स.)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शनिवार को कोलकाता के रानी रासमणि रोड पर वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। तृणमूल के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित इस रैली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने केंद्र सरकार पर वक्फ संपत्तियों को हड़पने की साजिश का आरोप लगाया।

रैली को संबोधित करते हुए टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार संविधान का सम्मान नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बिना राज्यों से चर्चा किए इस विधेयक को आगे बढ़ा रही है, जिससे देश की संघीय संरचना खतरे में है। कल्याण बनर्जी, जो वक्फ संशोधन विधेयक पर गठित संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य हैं, ने कहा, संविधान की प्रस्तावना देश की आत्मा है, लेकिन भाजपा सरकार इसके आदर्शों का पालन नहीं कर रही है।

राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम और मुराराई के विधायक मोसारफ हुसैन ने भी रैली को संबोधित किया। मोसारफ हुसैन ने इस विधेयक को मुसलमानों की संपत्तियों को हड़पने और समाज को ध्रुवीकरण के जरिए बांटने की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, आज की रैली इस बात का सबूत है कि भाजपा अपनी साजिश में सफल नहीं हो पाएगी।

टीएमसी नेताओं ने इस विधेयक को अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमला करार दिया और इसे केंद्र सरकार की ध्रुवीकरण की राजनीति का हिस्सा बताया। पार्टी ने इस मुद्दे पर अपना विरोध जारी रखने का संकल्प लिया है।

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक, 2024 को संसद के शीतकालीन सत्र के लिए अपनी विधायी सूची में शामिल किया है। यह विधेयक वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन कर वक्फ बोर्डों के कामकाज में अधिक जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करने का प्रावधान करता है। इसके अलावा, इसमें वक्फ बोर्डों में महिलाओं की अनिवार्य भागीदारी की व्यवस्था भी है।

यह विधेयक आठ अगस्त को लोकसभा में पेश किया गया था और इसके अध्ययन के लिए लोकसभा सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में एक संयुक्त संसदीय समिति को भेजा गया था। इस सप्ताह की शुरुआत में विपक्षी सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर समिति के कार्यकाल को बढ़ाने की मांग की, ताकि इस व्यापक विधेयक पर विस्तृत चर्चा हो सके। हालांकि अब इसका कार्यकाल आगामी बजट सत्र तक के लिए बढ़ा दिया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर