तिब्बत की स्वतंत्रता को लेकर तिब्बती सांसदों ने महापौर से की भेंट
लखनऊ, 25 नवम्बर (हि.स.)। तिब्बत की आजादी की मांग को लेकर तिब्बत के संसदीय दल के तीन सांसदों ने शनिवार को लखनऊ नगर निगम मुख्यालय पर महापौर सुषमा खर्कवाल से शिष्टाचार भेंट की।
तिब्बत के सासंदों ने 10 सूत्रीय मांग पत्र लखनऊ की महापौर को सौंप कर लखनऊ की जनता से आजाद तिब्बत की अलख जगा कर, विश्व पटल पर उनके आजाद देश की मांग को हर पटल पर अहिंसा के साथ रखे जाने का आग्रह किया।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसद तिब्बती निर्वासित सरकार थुपटेन ग्यालत्सेन ने कहा कि तिब्बत की धार्मिक व सांस्कृतिक विरासत को चीन द्वारा दमनकारी नीति अपनाकर लगातार भारी क्षति पहुंचायी जा रही है व मूल तिब्बत के नागरिकों को उनके देश में अल्पसंख्यक बता कर उनका दमन किया जा रहा है।
पेमा चो ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि तिब्बत के इतिहास को मिटाने का काम किया जा रहा है। साथ ही साथ चीन द्वारा भारत की अखंडता व सम्प्रभुता को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
तिब्बती प्रतिनिधिमण्डल के सदस्य वांगडू डोरजी ने प्राकृतिक रिसोर्स का दोहन किये जाने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक कमेटी बनाकर यूएन के माध्यम से जांच कराए जाने की भी मांग की। भारत को तिब्बत का मुख बताते हुए भारत को तिब्बत का विशेष सहयोगी व मित्र देश कहा जो भगवान श्रीराम के आदर्शों पर चलता है। उन्होंने कहा कि भारत के सहयोग से हम भी एक दिन आज़ाद तिब्बत को प्राप्त कर सकेंगे।
कार्यक्रम में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त डॉ अरविंद कुमार राव के साथ साथ पार्षदगण उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/आकाश