संगीत नगरी ग्वालियर में पांच दिवसीय तानसेन संगीत समारोह 24 दिसंबर से

 


- समारोह से पूर्व 22 दिसम्बर को शहर के 15 स्थलों पर होंगीं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

- कमिश्नर ने की तैयारियों की समीक्षा, समय रहते व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश

ग्वालियर, 13 दिसंबर (हि.स.)। संगीत नगरी ग्वालियर में पांच दिवसीय 99वां तानसेन संगीत समारोह 24 दिसम्बर से होगा। इससे पूर्व 22 दिसम्बर को ग्वालियर में लगभग 15 स्थानों पर स्थानीय विशेष सांस्कृतिक सभाओं का आयोजन होगा। तानसेन समारोह की पूर्व संध्या पर होने वाला ‘गमक’ कार्यक्रम 23 दिसम्बर को इंटक मैदान पर होगा। इसी दिन लोक परंपराओं में आदिवासी नृत्य शैली के दल गूजरी महल गेट से आयोजन स्थल तक लोक यात्रा के रूप में समारोह स्थल पर पहुंचेंगे।

संभागीय आयुक्त दीपक सिंह और एडीजीपी डी श्रीनिवास वर्मा ने बुधवार को तानसेन समारोह की समीक्षा बैठक के बाद बताया कि तानसेन संगीत समारोह मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग का अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रतिष्ठित आयोजन है। इसमें हिन्दुस्तान संगीत शीर्षस्थ कलाकार अपनी सांगीतिक विरासत की अक्षय महिमा को प्रमाणित करते हुए प्रतिभा को प्रदर्शित करते हैं। उन्होंने इस भव्य आयोजन के लिए सभी व्यवस्थाएं समय रहते पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।

संभागीय आयुक्त कार्यालय में हुई बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल, प्रभारी कलेक्टर अंजू अरूण कुमार, नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार, एडीएम टीएन सिंह, कलावीथिका एवं ध्रुपद केन्द्र के अधिकारियों सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि ग्वालियर में 22 दिसम्बर को 15 स्थानों पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के कार्यक्रम स्थलों पर साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्थाएं की जाएं। इसके साथ ही तानसेन समारोह स्थल, इंटक मैदान, बेहट और गूजरी महल में आयोजित होने वाली सभा स्थलों पर भी साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था एवं पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम स्थलों पर यातायात व्यवस्था के भी पुख्ता प्रबंध किए जाएं।

बैठक में बताया गया कि 22 दिसम्बर को ग्वालियर के जिन प्रमुख स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे, उनमें टाउन हॉल बाड़ा, बैजाताल, हस्सू-हद्दू खां सभागार, जयविलास पैलेस, राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय, शासकीय माधव संगीत महाविद्यालय, शंकर गांधर्व महाविद्यालय, दत्त मंदिर, गंगादास की शाला, लक्ष्मीनारायण का मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर, ग्वालियर किला, तानसेन कलावीथिका आदि स्थल शामिल हैं।

समारोह के तहत 23 दिसम्बर को पूर्व रंग ‘गमक’ कार्यक्रम का आयोजन इंटक मैदान पर होगा। इसके साथ ही लोक नृत्य के कलाकारों द्वारा कला यात्रा किले के द्वार से इंटक मैदान तक पहुँचेगी। तानसेन समारोह 24 से 28 दिसम्बर तक समाधि स्थल हजीरा पर मुख्य मंच एवं संगीत सभाओं का आयोजन होगा। 26 एवं 27 दिसम्बर को राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में वादी-संवादी विचार विमर्श सत्र का आयोजन होगा। 27 दिसम्बर को बटेश्वर जिला मुरैना में प्रात:कालीन विशेष संगीत सभा व 28 दिसम्बर को तानसेन की जन्मस्थली बेहट में रात्रिकालीन सभा का आयोजन एवं गूजरी महल में सायंकालीन संगीत सभा का आयोजन किया जायेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/मुकेश/सुनीत