तमिलनाडु में मनो थंगराज ने ली मंत्री पद की शपथ

 


चेन्नई, 28 अप्रैल (हि.स.)। तमिलनाडु के पद्मनाभपुरम निर्वाचन क्षेत्र से विधायक टी मनो थंगराज ने सोमवार शाम को तमिलनाडु मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शपथ ले ली। तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

थंगराज दूसरी बार मंत्रिमंडल में लिए गए हैं। उन्हें दुग्ध एवं डेयरी विकास विभाग दिया गया, जो उन्होंने पिछले वर्ष सितम्बर में मंत्रिमंडल फेरबदल के दौरान हटाए जाने के बाद भी अपने पास रखा था।

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपने मंत्रिमंडल में मामूली फेरबदल किए जाने के एक दिन बाद अदालत ने इस्तीफा देने वाले पूर्व मंत्रियों वी सेंथिलबालाजी और के पोनमुडी के विभागों को तीन अन्य मंत्रियों को आवंटित कर दिया था, जिसमें थंगराज ने मंत्री पद की शपथ ली।

इस संक्षिप्त शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री स्टालिन, उनके कैबिनेट सहयोगी, मुख्य सचिव और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

टी. मान थंगराज का प्रोफाइल-

टी. मनो थंगराज तमिलनाडु के एक राजनीतिज्ञ और पद्मनाभपुरम से तमिलनाडु विधानसभा के निर्वाचित सदस्य हैं। वह द्रविड़ मुनेत्र कड़गम पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं।

कन्याकुमारी जिले के करुंगल के मूल निवासी मनो थंगराज ने अपनी स्कूली शिक्षा पल्लियाडी के एलएमएस स्कूल से पूरी की। उन्होंने अपनी कॉलेज की शिक्षा इसी जिले के मार्तंडम स्थित एनएमसीसी कॉलेज से पूरी की। एनएमसीसी कॉलेज में छात्र संघ अध्यक्ष रहते हुए उनकी राजनीति में रुचि विकसित हुई। इसके चलते वह डीएमके में शामिल हो गए और पार्टी के लिए काम करते रहे हैं।

डीएमके नेतृत्व ने सबसे पहले मनो थंगराज को, जिन्होंने 1996 से 2006 तक जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। वर्ष 2016 में उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने का अवसर मिला था। अन्नाद्रमुक से राजेंद्र प्रसाद और भाजपा से शीबा प्रसाद ने मनो थंगराज के खिलाफ चुनाव लड़ा, जिन्होंने कन्याकुमारी जिले के पद्मनाथपुरम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में मनो थंगराज ने 76,000 से अधिक वोट हासिल करके लगभग 40,000 वोटों के अंतर से जीत हासिल की।

जबकि द्रमुक नेतृत्व ने वर्ष 2016-2021 के अन्नाद्रमुक शासन के दौरान विभिन्न विरोध प्रदर्शन आयोजित किए। कन्याकुमारी में उनका नेतृत्व करने वाले मनो थंगराज स्थानीय स्तर पर एक प्रभावशाली नेता बने रहे। इसके चलते उन्हें 2021 के विधानसभा चुनाव में पथ्मनाथपुरम निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ने का अवसर मिला। इस चुनाव में मनो थंगराज ने 87,000 वोट हासिल करके 26,000 वोटों के अंतर से फिर से जीत हासिल की। इस वजह से उन्हें 2021 के मंत्रिमंडल में भी शामिल किया गया।

शुरुआत में उन्हें आईटी विभाग में नियुक्त किया गया था। वह दो वर्षों तक आईटी मंत्री रहे। मई 2023 में कैबिनेट फेरबदल में उन्हें आईटी विभाग के बजाय डेयरी विभाग सौंपा गया। डेयरी मंत्री के रूप में उनके लगभग डेढ़ साल के कार्यकाल के दौरान कई विवाद उत्पन्न हुए।

इसके बाद पिछले सितंबर में कैबिनेट फेरबदल के दौरान उनको मंत्री पद हटा दिया गया था । पार्टी के आंतरिक मतभेदों को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। इसी पृष्ठभूमि में उन्हें मात्र सात महीने के भीतर ही पुनः मंत्री पद का दर्जा दे दिया गया। अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के कारण कन्याकुमारी में प्रतिस्पर्धा कड़ी होगी। भाजपा का वहां महत्वपूर्ण वोट बैंक है।

फिलहाल मंत्रिमंडल में कन्याकुमारी से कोई भी व्यक्ति नहीं है। राजनीतिक हलकों का कहना है कि मनो थंगराज को अगले साल होने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / Dr. Vara Prasada Rao PV