सर्दियों में कंबल के नीचे सो रहे हैं? आपकी जान ले सकती है ये 'आरामदायक' आदत! 20% तक घटा देती है ऑक्सीजन!

अकसर हम सर्दियों में रात को सोते समय रजाई या कंबल से पूरा चेहरा ढक लेते हैं, क्योंकि ये हमे बहुत आरामदायक और गर्म महसूस कराता है. लेकिन डॉक्टर इसे खतरनाक आदत मानते हैं. डॉक्टर के मुताबिक यह आपकी नींद की क्वालिटी और सेहत दोनों के लिए ठीक नहीं है. मुंह ढककर सोने से हमारे शरीर में ऑक्सीजन का लेवल 15 से 20 प्रतिशत तक कम हो सकता है. जब ऐसा होता है, तो फेफड़ों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है.यह आदत हमें कई तरह के हेल्थ रिस्क में डाल सकती है. आज हम आपको बताएंगे कि क्यों हमें मुंह ढककर नहीं सोना चाहिए और इसके क्या नुकसान हो सकते हैं.

 

अकसर हम सर्दियों में रात को सोते समय रजाई या कंबल से पूरा चेहरा ढक लेते हैं, क्योंकि ये हमे बहुत आरामदायक और गर्म महसूस कराता है. लेकिन डॉक्टर इसे खतरनाक आदत मानते हैं. डॉक्टर के मुताबिक यह आपकी नींद की क्वालिटी और सेहत दोनों के लिए ठीक नहीं है. मुंह ढककर सोने से हमारे शरीर में ऑक्सीजन का लेवल 15 से 20 प्रतिशत तक कम हो सकता है. जब ऐसा होता है, तो फेफड़ों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है.यह आदत हमें कई तरह के हेल्थ रिस्क में डाल सकती है. आज हम आपको बताएंगे कि क्यों हमें मुंह ढककर नहीं सोना चाहिए और इसके क्या नुकसान हो सकते हैं.

क्यों खतरनाक है मुंह ढककर सोना?
जब आप कंबल के अंदर चेहरा ढकते हैं, तो ताजी हवा अंदर नहीं आ पाती और आप बार-बार अपनी छोड़ी हुई कार्बन डाइऑक्साइड वाली हवा को ही सांस के जरिए वापस अंदर लेते हैं. जिसके कारण कंबल के अंदर ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड बढ़ जाती है. इससे आपको दम घुटने जैसा महसूस हो सकता है, आपकी नींद बार-बार टूट सकती है और सुबह उठने पर थकान या सिरदर्द महसूस हो सकता है.

गहरी नींद के लिए शरीर को हल्का ठंडा तापमान पसंद होता है. मुंह ढकने से कंबल के अंदर गर्मी बढ़ जाती है. ज्यादा गर्मी से पसीना आता है, बेचैनी होती है, और आप बार-बार करवटें बदलते हैं, जिससे नींद खराब हो जाती है.
साथ ही कम ऑक्सीजन और गर्मी के कारण हमारी गहरी नींद नहीं हो पाती है. अगर नींद की क्वालिटी खराब होती है, तो दिन भर थकान, चिड़चिड़ापन और किसी काम में ध्यान न लगा पाने की समस्या हो सकती है, और बंद माहौल में पसीना आने से चेहरे के पोर्स बंद हो सकते हैं, जिससे पिंपल्स, रैशेज या जलन जैसी स्किन प्रॉब्लम हो सकती हैं.
किन लोगों के लिए है जानलेवा?
डॉक्टरों के अनुसार, कुछ लोगों को यह आदत बहुत गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है, जैसे जिन लोगों को पहले से ही सांस लेने की दिक्कत है या नींद में सांस रुकने की समस्या है, उनके लिए मुंह ढककर सोना सांस रुकने जैसी गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है, या फिर शिशुओं के लिए यह आदत जानलेवा हो सकती है और इसे SIDS जैसे समस्या का एक बड़ा कारण माना जाता है. इसलिए बच्चों को कभी भी मुंह ढककर नहीं सुलाना चाहिए.

सर्दियों में चेहरा खुला रखकर कैसे सोएं?
ठंड से बचने के लिए चेहरा ढकना ही एकमात्र तरीका नहीं है. आप इन आसान तरीकों से भी गर्म और सुरक्षित रह सकते हैं, जैसे एक भारी या मोटा कंबल लें, जो शरीर को अच्छी गर्माहट दे सकता हो, साथ ही कमरे को इतना गर्म रखें कि आपको चेहरा ढकने की जरूरत न पड़े, फिर धीरे-धीरे कंबल को गर्दन तक लाने की आदत डालें, शुरुआत में थोड़ा सा हवा आने की जगह रखें, फिर धीरे-धीरे पूरा चेहरा खुला रखने का आदत डाल लें.


चेहरा खुला रखकर सोने के फायदे
मुंह खुला रखकर सोने से आपको पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है, जिससे आप सुबह ज्यादा तरोताजा और एनर्जेटिक महसूस करते हैं, और पसीना नहीं जमता है, जिससे त्वचा की समस्याएं कम होती हैं. इसलिए सुरक्षित और बेहतर नींद के लिए रात को चेहरा खुला रखकर सोना चाहिए.