माड़ बचाओ अभियान में सुरक्षा बलों को मिली बड़ी सफलता, तीन हथियारबंद सीनियर कैडर माओवादी ढेर
सुकमा/रायपुर, 26 सितंबर (हि.स.)। नारायणपुर पुलिस द्वारा संचालित संयुक्त नक्सल विरोधी ‘‘माड़ बचाओ ’’अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। जिला नारायणपुर अबूझमाड़ क्षेत्रान्तर्गत परादी के जंगल मे माड़ डिवीजन के साथ हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में डीकेएसजेडसी, डीव्हीसीएम सहित तीन हथियारबंद सीनियर कैडर माओवादी ढेर हुए हैं।
गुरुवार शाम जारी विज्ञप्ति में पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया है कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करने के उद्देश्य से स्थानीय जिला पुलिस बल, डीआरजी तथा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा आपसी बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम किया गया है। परिणामस्वरूप वर्ष 2024 में बस्तर संभाग अंतर्गत की जा रही नक्सल विरोधी अभियान के दौरान अब तक कुल 157 नक्सलियों के शव बरामद किये गए। अभियान के तहत 663 नक्सली गिरफ्तार किये गए हैं एवं 556 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि वर्ष 2024 में माओवादियों संगठन के शीर्ष नेतृत्व को सुरक्षा बल द्वारा भारी क्षति पहुंचाई गई है।विगत नौ माहों में डीकेएसजेडसी जोगन्ना जिला पेदापल्ली, तेलंगाना राज्य, डीकेएसजेडसी रंधेर जिला वारंगल राज्य तेलंगाना, डीकेएसजेडसी रूपेश जिला गढ़चिरौली महाराष्ट्र राज्य, टीएससी सदस्य सीआरसी-02 कमाण्डर सागर जिला भूपलपल्ली तेलंगाना राज्य, डीव्हीसीएम शंकर राव जिला भूपलपल्ली तेलंगाना राज्य, डीव्हीसीएम विनस जिला वारंगल तेलंगाना राज्य,डीव्हीसीएम जगदीश जिला बालाघाट म.प्र. राज्य, एसीएम संगीता उर्फ सन्नी जिला गढ़चिरौली महाराष्ट्र राज्य, एसीएम लक्ष्मी जिला मलकानगिरी ओडिशा राज्य, एसीएम रंजीता जिला वारंगल तेलंगाना राज्य जैसे बाहर राज्य के सीनियर माओवादी कैडर को सुरक्षा बल द्वारा अलग अलग मुठभेड़ों में ढेर किया गया।
विज्ञप्ति में जानकारी दी गई है कि बस्तर संभाग अंतर्गत विगत महीनों से प्रभावी नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है। इसी कड़ी में माड़ से नक्सलवाद का सफाया करने के उद्देश्य से बरसात में भारी बारिश के बीच उफनते नदी-नालों को पार कर सुरक्षा बलों ने पांच दिनों तक 124 घंटों तक ‘‘माड़ बचाओं’’ अभियान चलाया। बाईस सितंबर को जिला नारायणपुर के अबूझमाड़ क्षेत्रान्तर्गत माड़ डिवीजन केे बड़े कैडर के माओवादियों की उपस्थिति की आसूचना पर संयुक्त बल रवाना किया गया था। नारायणपुर डीआरजी, कोण्डागांव डीआरजी, दन्तेवाड़ा डीआरजी, एसटीएफ तथा बीएसएफ 11वीं, 133वी, 135वीं वाहिनी का संयुक्त बल नक्सल विरोधी अभियान हेतु उक्त क्षेत्र में रवाना हुई थी। अभियान के दौरान 23 सितंबर को शाम 4 बजे से माड़ डिवीजन क्षेत्रान्तर्गत जिला नारायणपुर-महाराष्ट्र सीमावर्ती क्षेत्र परादी के जंगल में माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों को जान से मारने व हथियार लूटने की नीयत से अंधाधुंध फायरिंग किया गया।आत्मसुरक्षार्थ फायरिंग के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं होने पर सुरक्षा बलों द्वारा मौके पर पोजिशन लेकर जवाबी फायरिंग किया गया। इसके बाद रूक-रूक कर अलग-अलग टीमों के साथ लगातार मुठभेड़ हुई । बाद में खुद को घिरता देखकर नक्सली जान बचाकर घने जंगलो व पहाड़ियों की आड़ लेकर भाग गये।
फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों द्वारा अपने-अपने दिये गये टॉस्क क्षेत्र में सर्चिंग करने पर घटना स्थल के अलग-अलग स्थानों से 02 पुरूष एवं 01 महिला कुल 03 सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी का शव बरामद किये गए । शव के पास से एक ए.के. -47 रायफल ,एक इंसास रायफल, दो एस एल आर , दो कार्बाइन , एक 303 राइफल , एक12 बोर की बंदुक , दो एसएलआर मैगजीन, कारतूस 16 नग, ए के 47 की एक मैगजीन, एक 303 मैगजीन ,पांच कारतूस , 12 बोर कारतूस 11 नग, सात 315 के कारतूस, छह पोंच , दो सिंगल शाट , एक बी जी एल लांचर राय फलनग, 75 नग सेल, 51 मोटर सेल 20 नग, ए.के. 47 के 1500 खाली केश तथा भारी मात्रा में आयरन पाइप सहित विस्फोटक पदार्थ एव अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामान बरामद हुआ है ।
इस मुठभेड़ में महाराष्ट्र और बस्तर के डीकेएसजेडसीएम रूपेश उर्फ कोलू उर्फ शांभा गोसाई मण्डावी जो कंपनी नंबर 10 का प्रभारी था तथा जिस पर 25 लाख रुपये का इनाम था , डीव्हीसीएम जगदीश उर्फ रमेश उर्फ सुखलाल टेकाम इनामी 08 लाख एवं दस लाख की इनामी सरिता उर्फ बसंती, पद पी.पी.सी.एम. कंपनी नंबर 10 नक्सली मारे गए।डीकेएसजेडसी रूपेश उर्फ कोलू उर्फ शांभा गोसाई पर 66 आपराधिक मामले दर्ज हैं तथा डीव्हीसीएम जगदीश उर्फ रमेश उर्फ सुखलाल पर 43 आपराधिक मामले गढ़चिरौली जिले में दर्ज होने की पुष्टि की गई। ऑपरेशन में मारा गया रुपेश उर्फ़ कोलू पूर्व के कई नक्सल पुलिस मुठभेड़ में शामिल रहा है। जुलाई 2009 में हुए मदनवाड़ा एनकाउंटर में भी रुपेश कंपनी नंबर 4 के सेक्शन कमांडर के बतौर शामिल था। जिसमें पुलिस अधीक्षक विनोद चौबे समेत 29 जवान शहीद हुए थे।
पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार ने जानकारी दी है कि वर्ष 2024 में जिला नारायणपुर में संचालित नक्सल विरोधी अभियान में अब तक कुल 37 माओवादी मारे गये हैं।जबकि 29 गिरफ्तार किये गए और 14 माओवादी द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है ।गढ़चिरौली कैडर के टॉप फार्मेशन का लगभग सफाया किया जा चुका है। सबसे पहले एसजेडसीएम जोगन्नाऔर कंपनी नंबर 10 के कमांडर मल्लेश को मार गिराया गया था ।अब एक और एसजेडसीएम और कंपनी नंबर 10 के इंचार्ज को मार गिराया गया है ।इन सबके चलते डर की वजह से एक अन्य एसजेडसीएम गिरधर ने गढ़चिरौली में सरेंडर कर दिया है ।
उप पुलिस महानिरीक्षक कांकेर के.एल.ध्रुव द्वारा बताया गया कि इस ऑपरेशन के उपरांत नक्सलियों के गढ़ रहे माड़ डिवीजन के माओवादियों में भय का माहौल व्याप्त है।
हिन्दुस्थान समाचार / मोहन ठाकुर