सनातन धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणियाें का मामला राज्यसभा में उठा, स्टालिन पर कार्रवाई की मांग
नई दिल्ली, 05 दिसंबर (हि.स.)। सनातन धर्म के अपमान का मुद्दा मंगलवार को राज्यसभा में भी गूंजा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य जीवीएल नरसिम्हा राव ने सनातन धर्म का अपमान करने वाले तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन व राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
राव ने आज सदन में शून्यकाल के दौरान उदयनिधि स्टालिन और राज्य सरकार पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि तमिलनाडु के मंत्री ने सार्वजनिक तौर पर सनातन धर्म को अपमानित किया है । वह सनातन धर्म के उन्मूलन की बात कह रहे हैं। ऐसे लोगों को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उदयनिधि स्टालिन सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ रहे हैं।
राव ने अपने उद्बोधन के दौरान आई.एन.डी.आई. गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि इस गठबंधन का उद्देश्य सिर्फ सनातन को अपमानित करना है। यह गठबंधन भारत विरोधी एजेंडा चला रहा है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन सनातन पर टिप्पणी कर सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने का काम करते हैं और आई.एन.डी.आई. गठबंधन का कोई नेता कुछ नहीं बोलता है।
उल्लेखनीय है कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने बीते दिनों अपने भाषण में सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से की थी। इसको लेकर उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद उन्होंने अपने बयान को लेकर माफी नहीं मांगी। इसको लेकर भाजपा ने विरोध जताया है।
हिन्दुस्थान समाचार/आशुतोष/दधिबल