विकसित भारत के संकल्प में युवाओं की भूमिका अहमः बोस

 


-प.बंगाल के राज्यपाल डॉ. बोस और झारखंड के राज्यपाल राधाकृष्णन को डी.लिट. की मानद उपाधि

झुंझुनू, 13 फरवरी (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया में भारत के कद को बड़ा और सशक्त बनाने के लिए बदलाव एवं सुधार के जो प्रयास किए हैं, उनसे आज के युवा और शिक्षक को प्रेरणा लेनी चाहिए। आत्मनिर्भर भारत से विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में युवाओं की अहम भूमिका होगी। इसलिए शिक्षकों को हर युवा की आंतरिक क्षमता को पहचान कर उसका बेहतर इस्तेमाल करना सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि देश ही नहीं बल्कि दुनिया में बदलाव का सबसे मजबूत हथियार शिक्षा है। हमें मिलकर इस दिशा में काम करना है।

झुंझुनू स्थित श्री जगदीशप्रसाद झाबरमल टिबडेवाला विश्वविद्यालय (श्री जेजेटी यूनिवर्सिटी) के 12वें दीक्षांत समारोह में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. बोस और झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शामिल हुए। अपने संबोधन में डॉ. बोस ने कहा कि हम भारत नहीं हैं बल्कि भारत हम सभी के अंदर है। एक नागरिक के तौर पर प्रधानमंत्री मोदी कितना काम करते हैं, क्या एक शिक्षक, एक छात्र के नाते हम उतना काम नहीं कर सकते। एक शिक्षक को छात्र के अंदर की ताकत को पहचानने एवं इसके सही दिशा में इस्तेमाल करने की जिम्मेदारी लेनी होगी, तभी एक युवा अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सुधार लाएगा और यही बदलाव देश और समाज को आगे बढ़ाने में कारगर साबित होगा।

झारखंड के राज्यपाल राधाकृष्णन ने सभी शोधार्थियों, शैक्षणिक डिग्री प्राप्त कर रहे युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पड़ाव हर किसी के जीवन में महत्व रखता है। शिक्षा केवल पढ़ाई में शत-प्रतिशत अंक हासिल करना नहीं है बल्कि पढ़-लिख कर सोसायटी में अपना योगदान देना है। आपने जो ज्ञान हासिल किया है, वह देश व समाज के काम आए, ऐसे प्रयास करना जरूरी है। एक समय था जब पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एक साक्षात्कार में रिजेक्ट कर दिए गए थे लेकिन उनकी मेहनत, लग्न का नतीजा है कि आज भारत इस मुकाम पर पहुंचा है।

यूनिवर्सिटी चेयरपर्सन डॉ. विनोद टिबड़ेवाला ने कहा कि यूनिवर्सिटी का मुख्य लक्ष्य शिक्षा व खेल क्षेत्र में युवाओं को अधिक से अधिक अवसर प्रदान करना है ताकि आने वाले समय में युवा नौकरी लेने नहीं नौकरी देने वाले बनें। डॉ. टिबडेवाला व प्रेसिडेंट डा. देवेन्द्र सिंह ढुल ने डा. बोस और सीपी राधाकृष्णन को डी.लिट. की मानद उपाधि से नवाजा।

डॉ. बोस ने कहा कि उन्हें दीक्षांत समारोह के माध्यम से बहुत सी यूनिवर्सिटी में जाने का मौका मिला है लेकिन श्री जेजेटी यूनिवर्सिटी में शोधार्थियों, विद्यार्थियों द्वारा अनुशासन का प्रदर्शन करना उनके लिए शानदार अनुभव रहा है। झारखंड के राज्यपाल राधाकृष्णन ने श्री जेजेटी यूनिवर्सिटी द्वारा महिला शिक्षा को लेकर उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने श्री राजस्थान सेवा संघ की गतिविधियों विशेषकर कोरोना महामारी के दौरान किए गए कामों को लेकर भी तारीफ की।

हिन्दुस्थान समाचार/ रमेश सर्राफ/ईश्वर/पवन