समाज सेवी रेशमा सिंह को विभिन्न संगठनों ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि

 


नई दिल्ली, 09 मई (हि.स.)। राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच की राष्ट्रीय महामंत्री रेशमा हरबख्श सिंह के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक जताते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि रेशमा को जब भी जो भी दायित्व दिया जाता था वे उसे द बेस्ट के लेवल पर करती थीं। वे ‘सिल्वर स्पून’ से नहीं ‘मोरल वैल्यू’ के साथ जन्मी थीं। रेशमा ने स्वार्थ की नहीं परमार्थ की जिंदगी बिताई।

राजधानी दिल्ली के चिन्मय मिशन में (स्व.) रेशमा सिंह की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में आज सैकड़ों शुभचिंतक सम्मिलित हुए। शोक सभा को इंद्रेश कुमार सहित केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा नेता श्याम जाजू , राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा, पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश प्रमोद कोहली ने भी संबोधित किया।।

केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रेशमा सिंह को अपने परिवार का अभिन्न हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि रेशमा काफी खुशमिजाज और जीवन में अमिट छाप छोड़ने वाली शख्सियत थीं। भगवान के यहां भी श्रेष्ठ लोगों की आवश्यकता होती है। इस बात को चरितार्थ करते हुए रेशमा जी इतने अल्पकाल में हम सबको छोड़कर ईश्वर के श्रीचरणों में चली गईं।

भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेता श्याम जाजू ने रेशमा सिंह को याद करते हुए कहा कि रेशमा जी के साथ 20 साल से अधिक समय से उनके साथ अनेक अवसरों पर काम किया। वे एक कुशल योजक व संगठनकर्ता और विशाल हृदय की स्वामिनी थीं। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि धर्म ग्रंथ कहते हैं कि एक सांस का ही जीवन है। हमें नहीं मालूम कि हम कब चले जायेंगे। मैं उनको केवल दो वर्षों से जानता था लेकिन मैंने उनको जितना जाना, वो एक बड़े हृदय की राष्ट्रभक्त महिला थीं।

हरियाणा सरकार में स्वास्थ्य सचिव रहे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव अरोड़ा ने उन्हें एक जीवट महिला बताया। रेशमा सिंह की साथ पढ़े दोस्तों ने उनकी मौत पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें प्रेरणा देने वाली महिला बताया। उन्होंने कहा कि रेशमा बहुमुखी प्रतिभा की धनी थीं, जिन्होंने देश और समाज सेवा में अपनी पूरी जिंदगी गुजार दी।

रेशमा सिंह की श्रद्धांजलि सभा में भारतीय जनता पार्टी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, संस्कार भारती, चित्र भारती, राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच, हिमालय परिवार, भारत तिब्बत सहयोग मंच, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, हिंद सेना, भारतीय क्रिश्चन मंच के प्रतिनिधि व कार्यकर्ता तथा कई राज्यों से रेशमा सिंह और उनके परिजनों के शुभ चिंतक शामिल हुए।

रेशमा सिंह एक आईएएस अधिकारी हरबक्श सिंह की पत्नी थीं। 2013 में अकस्मात ही उनके पति का देहांत हो गया परंतु जीवन के कठोरतम और गंभीरतम संकट में भी स्वयं को संयमित रखते हुए उन्होंने अपनी सोच-समझ, कार्यक्षमता, कार्य कुशलता से अपने दोनों पुत्रों को योग्य बनाया और खुद भी सामाजिक दायित्व निभाने में सबसे आगे रहीं। हालांकि वे स्वयं पैंक्रियाज में कैंसर से पीड़ित होकर मात्र 56 वर्ष की आयु में जिंदगी की जंग हार गईं।

हिन्दुस्थान समाचार

/जितेन्द्र/दधिबल