सरदार पटेल के आदर्शों से दृढ़ निश्चय, समर्पण और संकल्प शक्ति जैसे मूल्य सीखें विद्यार्थी : मुर्मू
सूरत, 12 फरवरी (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को सूरत के सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के 20वें दीक्षांत समारोह में सभी पदक विजेताओं और उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह का दिन, हर संस्थान के लिए ऐतिहासिक होता है। यह प्रत्येक विद्यार्थी के लिए उसके जीवन का यादगार अवसर होता है। विद्यार्थियों की सफलता के पीछे केवल उनकी कड़ी मेहनत ही नहीं, बल्कि उनके परिवारजन का सहयोग और प्राध्यापकों की प्रेरणा और मार्गदर्शन भी शामिल हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर बने इस प्रतिष्ठित संस्थान में आप सभी विद्यार्थियों को अध्ययन करने का अवसर मिला है। सरदार पटेल हमारे देश की एकता के प्रतीक हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप सभी सरदार पटेल के जीवन-आदर्शों से दृढ़ निश्चय, समर्पण और संकल्प शक्ति जैसे मूल्य सीख सकते हैं। इन मूल्यों को अपनाकर आप जीवन में कठिन से कठिन लक्ष्यों को हासिल कर पाएंगे। पदवी प्राप्त करने वाली विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या अधिक होने पर राष्ट्रपति ने प्रसन्नता जताई।
उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग कालेजों और संस्थानों में आज लड़कियों की संख्या पहले से अधिक है। वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी में शिक्षा प्राप्त करने और इस क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाने के लिए बेटियों की सराहना करती हैं। उन्होंने कहा कि वे हाल ही में एक वूमन स्टार्ट-अप के ग्रुप से राष्ट्रपति भवन में मिली थी। वे सभी महिलाएं टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ रही हैं। वे देश की प्रगति में भरपूर योगदान दे रही हैं और लोगों को रोज़गार भी प्रदान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उनसे मिलकर उनका यह विश्वास और गहरा हो गया है कि देश को विकसित बनाने में महिलाओं की अग्रणी भूमिका रहेगी।
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि इंजीनियर और वैज्ञानिक के रूप में राष्ट्र निर्माण के लिए तकनीकी कौशल, प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल और नवीन सोच का उपयोग करने में विज्ञान को अपना मार्गदर्शक एवं सारथी बनाएं। आपको न केवल अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप इंजीनियरिंग सॉल्यूशन खोजने हैं, बल्कि नवाचार, दक्षता और समावेश के नए मानक भी स्थापित करने हैं।
1434 छात्रों को डिग्री, 23 को स्वर्ण पदक दिए
समारोह में कुल 126 पीएचडी, 805 बीटेक, 355 एमटेक और 148 एमएससी सहित विभिन्न कार्यक्रमों के कुल 1434 छात्र स्नातक को डिग्री प्रदान की गई। इसमें से 293 छात्राएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले 23 छात्रों को राष्ट्रपति ने स्वर्ण पदक से सम्मानित किया।
हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/सुनीत