इंडोनेशिया और वियतनाम समुद्री क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग करने को तैयार
-जकार्ता में इंडोनेशिया और वियतनाम के रक्षा मंत्रियों के साथ हुईं द्विपक्षीय बैठकें
-राजनाथ ने आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक के लिए इंडोनेशियाई नेतृत्व को सराहा
नई दिल्ली, 16 नवंबर (हि.स.)। आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इंडोनेशिया के जकार्ता में इंडोनेशिया और वियतनाम के रक्षा मंत्रियों के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें कीं। दोनों रक्षा मंत्रियों ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों पर चर्चा की और विशेषकर समुद्री क्षेत्र में सहयोग को अधिक विस्तारित करने की प्रतिबद्धता जताई। दोनों नेताओं ने प्रशिक्षण, कार्मिक विचार-विमर्श व अभ्यास के लिए नियमित रूप से होने वाले आदान-प्रदान की भी समीक्षा की और रक्षा उद्योग में सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर अपने विचार व्यक्त किये।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित 10वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस (एडीएमएम-प्लस) में हिस्सा लिया। उन्होंने बैठक में आसियान क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए एडीएमएम-प्लस के साथ व्यावहारिक, दूरदर्शी और परिणामोन्मुख सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध जताई। उन्होंने बैठक से इतर इंडोनेशिया और वियतनाम के रक्षा मंत्रियों के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें कीं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री प्रबोवो सुबियांतो के साथ अपनी मुलाकात के दौरान इस वर्ष आसियान में इंडोनेशिया के नेतृत्व को सराहा।
राजनाथ सिंह ने वियतनाम के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री जनरल फॉन वान गियांग से भी बातचीत की। दोनों रक्षा मंत्रियों ने जून, 2022 में राजनाथ सिंह की वियतनाम यात्रा के दौरान हस्ताक्षरित '2030 के लिए भारत-वियतनाम रक्षा साझेदारी पर संयुक्त दृष्टिकोण वक्तव्य' के कार्यान्वयन में प्रगति की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने बहुआयामी द्विपक्षीय रक्षा क्षेत्र में मिलकर काम करने पर प्रतिबद्धता व्यक्त की। भारत और वियतनाम के मध्य रक्षा क्षेत्र प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण, रक्षा उद्योग सहयोग, संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना, द्विपक्षीय नौसैन्य यात्राओं और अभ्यासों को कवर करते हुए एक विस्तृत स्पेक्ट्रम में फैला हुआ है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 10वें एडीएमएम-प्लस के मौके पर आसियान के महासचिव डॉ काओ किम होर्न से भी भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने आसियान के लिए केंद्रित भारत के निरंतर सहयोग की प्रतिबद्धता को दोहराया। राजनाथ सिंह ने आसियान-भारत अनौपचारिक रक्षा मंत्रियों की पहली बैठक, आसियान-भारत के पहले समुद्री अभ्यास और संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में महिलाओं के लिए भारत की पहल तथा समुद्र में प्लास्टिक प्रदूषण के निपटान में भारत की कार्रवाई सहित अन्य भारत-आसियान गतिविधियों में आसियान सदस्य देशों की उत्साही भागीदारी की सराहना की।
रक्षा मंत्री ने आसियान-भारत परियोजनाओं के कार्यान्वयन में आसियान सचिवालय के उत्कृष्ट सहयोग की भी प्रशंसा की। उन्होंने आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए आसियान-भारत सहयोग को और प्रगाढ़ करने के तरीकों एवं साधनों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। राजनाथ सिंह ने एडीएमएम-प्लस की सफल अध्यक्षता के लिए इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री को बधाई दी। इस बैठक के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एडीएमएम-प्लस के नए अध्यक्ष के रूप में लाओस का स्वागत किया और वर्ष 2024 में कार्यक्रमों के सफल संचालन के लिए कामना की।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत/आकाश