लंदन यात्रा पर गए राजनाथ सिंह ने भारत-ब्रिटेन रक्षा संबंधों पर की बातचीत
- टैविस्टॉक स्क्वायर गार्डन में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की
- रक्षा सहयोग, सुरक्षा और रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने पर हुई सार्थक चर्चा
नई दिल्ली, 09 जनवरी (हि.स.)। पिछले 22 साल के इतिहास में पहली बार भारतीय रक्षा मंत्री के तौर पर लंदन की यात्रा पर गए राजनाथ सिंह ने मंगलवार को अपने समकक्ष ग्रांट शाप्स के साथ भारत-ब्रिटेन रक्षा संबंधों की समीक्षा की। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री के साथ रक्षा सहयोग, सुरक्षा और रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने से संबंधित व्यापक मुद्दों पर सार्थक चर्चा हुई। इससे पहले उन्होंने लंदन के टैविस्टॉक स्क्वायर गार्डन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करके अपनी यात्रा शुरू की।
लंदन में ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय बिल्डिंग पहुंचने पर राजनाथ सिंह ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने अपने ब्रिटिश समकक्ष ग्रांट शाप्स के साथ द्विपक्षीय बैठक की। राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर बताया कि ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स के साथ एक उत्कृष्ट बैठक हुई। हमने भारत-ब्रिटेन रक्षा संबंधों की संपूर्ण श्रृंखला की समीक्षा की। हमने रक्षा सहयोग, सुरक्षा और रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने से संबंधित व्यापक मुद्दों पर सार्थक चर्चा की।
ब्रिटेन की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह ने आज लंदन के टैविस्टॉक स्क्वायर गार्डन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उनके साथ रक्षा मंत्रालय का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी गया है, जिसमें रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), सेवा मुख्यालय, रक्षा विभाग और रक्षा उत्पादन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी हैं। राजनाथ सिंह के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात करने और विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास मामलों के राज्य सचिव डेविड कैमरन के साथ बैठक करने की भी उम्मीद है।
वह यूनाइटेड किंगडम (यूके) रक्षा उद्योग के सीईओ और उद्योग जगत के नेतृत्व के साथ भी बातचीत करेंगे, जिससे ब्रिटेन और भारत के बीच रिश्तों को मजबूती मिलेगी। वह वहां भारतीय समुदाय से भी मिलेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान हथियार निर्माण स्थलों में से एक का दौरा कर सकते हैं। बातचीत के दौरान रक्षा क्षेत्र में केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत एजेंडे के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। इस बैठक में सैन्य सहयोग और रक्षा औद्योगिक साझेदारी को गहन करने की कोशिश की जाएगी।
इससे पहले जून, 2022 में राजनाथ सिंह की ब्रिटेन यात्रा प्रोटोकॉल कारणों से रद्द कर दी थी। पिछले 22 वर्षों में भारत के रक्षा मंत्री की ब्रिटेन की यह पहली यात्रा है। इससे पहले 22 जनवरी, 2002 को तत्कालीन रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस लंदन दौरे पर गए थे। इस लिहाज से राजनाथ सिंह की यह यात्रा खास मानी जा रही हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत/प्रभात