सी राजगोपालाचारी की पुण्यतिथि पर उपराष्ट्रपति समेत तमाम नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली, 25 दिसंबर (हि.स.)। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सी राजगोपालाचारी की पुण्यतिथि पर उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन ने एक्स पोस्ट में कहा कि राजगोपालाचारी स्वतंत्र भारत के सच्चे अग्रदूत थे। गवर्नर जनरल के रूप में सेवा करने से लेकर जनसेवा और राष्ट्र निर्माण में उनके अथक प्रयासों तक उनका दृष्टिकोण, साहस और ईमानदारी देश पर अमिट छाप छोड़ गई।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी और दार्शनिक भारत रत्न चक्रवर्ती राजगोपालाचारी की पुण्यतिथि पर शत् शत् नमन। राष्ट्र निर्माण में उनका अतुलनीय योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि राजगोपालाचारी एक सिद्धांतप्रिय राजनेता और गहन चिंतक थे। शिक्षा सरल जीवन और जनसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहती है।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अग्रणी समाज सुधारक प्रख्यात राजनीतिज्ञ और स्वतंत्र भारत के प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल भारत रत्न चक्रवर्ती राजगोपालाचारी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। राष्ट्र निर्माण सुशासन नैतिक राजनीति और सामाजिक सुधार में उनका दूरदर्शी योगदान भारतीय लोकतंत्र की अमूल्य धरोहर है।
चक्रवर्ती राजगोपालाचारी का जन्म 10 दिसंबर 1878 को तमिलनाडु के तेनी में हुआ था और उनकी मृत्यु 25 दिसंबर 1972 को नई दिल्ली में हुई। उन्हें राजाजी के नाम से भी जाना जाता है। वे स्वतंत्रता संग्राम के सक्रिय सदस्य और स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय गवर्नर जनरल थे। वे इस पद पर 1948-50 तक रहे, जिसके बाद यह पद समाप्त कर दिया गया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में शामिल रहे और भारत रत्न से सम्मानित हुए। शिक्षा समाज सुधार और नैतिक राजनीति में उनके योगदान ने भारतीय लोकतंत्र और समाज पर गहरा प्रभाव डाला। उनके सिद्धांतवादी दृष्टिकोण और सरल जीवन शैली आज भी नेताओं और जनता के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर