महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में बाढ़ से अब तक चार लोगों की मौत, 500 मकान ढहे

 


मुंबई, 30 जुलाई (हि. स.)। रायगढ़ जिले में पिछले 15 दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार तूफानी बारिश से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही बारिश से जिले में 500 मकान ढह गए हैं। जिले में लगातार हो रही बारिश से जिले की सावित्री, अंबा, कुंडलिका आदि नदियों में बाढ़ आ जाने से अब तक 3 हजार 389 लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित करके सरकार की ओर से हर तरह की मदद दी जा रही है।

आज जिले में बारिश का जोर कुछ कम हुआ है, इसलिए जिला प्रशासन ने नुकसान का जायजा लेने की शुरुआत की है। रायगढ़ जिले की पेन तहसील में स्थित सपोली गांव में तूफानी बारिश में गिरे पेड़ से दबने से आदिवासी यश नाइक की मौत हो गई है। महाड तहसील में नदी में डूब जाने से नामदेव अंबावले मृत्यु हो गई है। इसी तरह वलन खुर्द में 62 वर्षीय व्यक्ति बालाजी उटेकर की और मनगांव तहसील के टेंपले गांव नसरीन गोडमे की बाढ़ के पानी में डूब जाने से मौत हो गई है। इसी तरह जिले में पोलादपुर, पनवेल, मनगांव, सुधागढ़, महाड, कर्जत और म्हासला तहसील में भैंस, बैल और गाय जैसे 17 जानवरों की मौत हो गई है।

जिले में भारी बारिश से नदियों में आई बाढ़ के कारण ताला, पोलादपुर, महाड, खालापुर, कर्जत, मनगांव और मुरुड तालुका के हजारों नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। 126 परिवारों के 416 नागरिकों को उनके रिश्तेदारों के पास, 856 परिवारों के 2973 नागरिकों को आश्रय शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने 982 परिवारों के कुल 3 हजार 389 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। जिले की 14 तहसीलों में 11 पक्के मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 18 कच्चे घर पूरी तरह से, 326 पक्के घर आंशिक रूप से और 122 कच्चे घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। कुल 477 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा 4 झोपडिय़ां, 69 गायें, 13 दुकानें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। महाड में एक व्यायामशाला, एक पुल, पोलादपुर में एक बिजली का खंभा और पेन में एक मैदान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। महाड में स्कूल भवन, श्मशान शेड, खालापुर में स्कूल भवन, पोलादपुर में आंगनबाड़ी की पानी की टंकी, पेण में श्मशान घाट, म्हासला, श्रीवर्धन और ताला में स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। प्रशासन ने जिले में नुकसान का सर्वे शुरू कर दिया है। इसलिए सर्वे पूरा होने के बाद पीड़ितों को मुआवजा मिलेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव / सुनीत निगम