अगर गरीबी एक जाति तो मोदी ओबीसी कैसे: राहुल गांधी
कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए राहुल गांधी
नागपुर, 28 दिसंबर (हि.स.)। कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री खुद को ओबीसी कहते हैं। वहीं सवाल पूछने पर कहते है कि देश में एक ही जाति है, वह है गरीबी। यदि देश में गरीबी ही जाति है तो फिर मोदी ओबीसी कैसे हो सकते हैं।
कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी यहां कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार चलाने का काम केवल 90 आईएएस अधिकारी करते हैं। यही अधिकारी सरकार की नीतियां और बजट बनाने का काम करते है। राहुल ने बताया कि इन 90 लोगों में केवल तीन अधिकारी ही ओबीसी हैं। अगर यह हकीकत है तो ये सरकार खुद को ओबीसी वालों की सरकार कैसे कहलवाती है। राहुल गांधी ने मांग की कि सरकार स्पष्ट करे कि भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में कितने ओबीसी और दलित हैं। आजादी से पहले भारत में ब्रिटिश शासन और राजशाही थी। उस समय राजा जो कहता वही सत्य होता। फिलहाल देश में हालात वैसे ही हैं।
राहुल ने आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री किसी बात नहीं सुनना चाहते। राहुल ने कहा कि पहले देश में छुआछूत जैसी कुरीतियां थीं। मौजूदा समय में देश को उसी रास्ते पर ले जाया जा रहा है। राहुल ने ऐलान किया कि यदि कांग्रेस को केंद्र में सत्ता मिली तो देश में जातिगत जनगणना करवाई जाएगी।
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा की कार्यप्रणाली ऊपर से आए आदेशों का पालन करने की है, लेकिन कांग्रेस पार्टी में एक साधारण कार्यकर्ता भी नेताओं का विरोध कर सकता है। कई कार्यकर्ता मुझसे कहते हैं कि यह हमें स्वीकार्य नहीं है. मैं उनकी बात सुनता हूं। राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस में असली लोकतंत्र है। देश आजाद होने के बाद कांग्रेस ने अमीर-गरीब, सवर्ण-दलित सभी को वोट देने का अधिकार समान रूप से दिया। देश में सभी को बराबरी में बैठने का हक दिया। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने अंग्रेजों के साथ-साथ उस जमाने के रजवाडों के खिलाफ भी संघर्ष किया था। देश में व्याप्त छुआछूत कांग्रेस ने समाप्त करने का काम किया। राहुल ने आरोप लगाया कि मौजूदा समय में देश को दोबारा पीछे पहुंचाने का काम चल रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा सरकार की अग्निवीर योजना की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अग्निवीर योजना के जरिए देश के युवाओं का मजाक बनाया है।
हिन्दुस्थान समाचार/मनीष//सुनील