मोदी चाहते हैं आप दिनभर मोबाइल पर रहो, जय श्रीराम बोलो और भूखे मर जाओ: राहुल गांधी
- शाजापुर में भारत जोड़ो न्याय यात्रा में लगे मोदी-मोदी के नारे
- भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल को आलू देकर सोना बनाने को कहा
भोपाल, 5 मार्च (हि.स.)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मंगलवार को मध्य प्रदेश के शाजापुर पहुंची। यहां उन्होंने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार किए। उन्होंने नुक्कड़ सभा में कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहते हैं कि आप दिनभर मोबाइल पर रहो, जय श्रीराम बोलो और भूखे मर जाओ।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान शाजापुर में राहुल गांधी को उस समय असहज स्थिति का सामना करा पड़ा। यहां न्याय यात्रा में भाजपा के कुछ कार्यकर्ता पार्टी का झंडा लेकर पहुंच गए और राहुल गांधी का स्वागत मोदी-मोदी नारे लगाकर किया। जिसे सुनकर राहुल गांधी स्वयं गाड़ी से उतरे और भाजपा कार्यकर्ताओं के पास पहुंचे। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर जय श्री राम के नारे भी लगाए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के हाथ में आलू दिए और कहा कि आलू से सोना बना दीजिए।
मंगलवार को यात्रा ब्यावरा से शुरू होकर पचोर, सारंगपुर होकर शाजापुर पहुंची। इस दौरान राहुल ने शाजापुर में रोड शो किया। इस दौरान उनके साथ मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी मौजूद रहे।
शाजापुर की जनसभा में राहुल गांधी ने कहा कि जब हमारी सरकार थी और डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तो हमने मनरेगा दिया। मनरेगा में एक साल में 65 हजार करोड़ रुपये देने होते हैं। इससे कई सारे मजदूरों की स्थिति सुधरी, मनरेगा की सफलता के बाद हमारे पास किसान आए और उन्होंने मदद का आग्रह किया तो हमने किसानों का कर्ज माफ कर दिया, 70 हजार करोड़ रुपये उसका खर्च आया। वहीं नरेन्द्र मोदी ने 16 लाख करोड़ रुपये उद्योगपतियों का माफ कर दिया, इसका अर्थ यह हुआ कि उन्होंने 24 साल का मनरेगा का बजट 22 उद्योगपतियों को दे दिया। आज 22 लोग हैं, जिनके पास देश का 50 प्रतिशत धन है। मोदी ने 16 लाख करोड रुपये व्यापारियों के माफ कर दिए हैं, लेकिन किसानों का एक रुपया भी माफ नहीं किया।
उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत पिछड़े, 15 प्रतिशत दलित एवं 8 प्रतिशत आदिवासी, अल्पसंख्यक एवं सामान्य गरीब मिलाकर 90 प्रतिशत होते हैं, उनकी भागीदारी नगण्य है। किसी बड़ी कंपनी की लिस्ट निकालो जितनी बड़ी कंपनियों की लिस्ट में उनके मालिकों में एक नाम भी इस 90 प्रतिशत वर्ग के लोगों का नहीं है, उनके सीनियर मैनेजमेंट में भी एक नाम नहीं, मीडिया के मालिकों में भी इस 90 प्रतिशत वर्ग का एक भी नाम नहीं, ब्यूरोक्रेसी में देखें तो 90 लोग जो कि आईएएस अधिकारी हैं, उसमें से केवल तीन ओबीसी, एक आदिवासी एवं तीन दलित हैं। जब बजट आता है तो 100 में से छह रुपये का केवल ये लोग फैसला करते हैं।
उन्होंने कहा कि जीएसटी 90 प्रतिशत लोग देते हैं, लेकिन जेब 20 अमीर उद्योगपतियों की भरती है, इन समस्याओं से निजात पाने का तरीका है, जाति आधारित जनगणना। अग्नि वीर योजना की बजह से आज गरीब के पास सरकारी सेवा में जाने का रास्ता बंद है, पीएसयू कांग्रेस लायी, बीएसएनएल, हिंदुस्तान पेपर यह सब कांग्रेस ने बनाया, मोदी जी ये सब उद्योगपतियों को दे रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा की जिस तरह हाथ टूट जाए तो उसका एक्स-रे किया जाता है उसी तरीके से जाति आधारित जनगणना समाज का एक्स-रे है, हमने जब इस क्रांतिकारी राजनीतिक कदम की बात की तो मोदी जी ने कहा कि वे सिर्फ चार जातियां जानते हैं, मैं आपसे कहना चाहता हूं कि वे सिर्फ 20-22 उद्योगपतियों की मदद करना चाहते हैं आपकी नहीं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोगों को धर्म, जाति और प्रदेश की राजनीति में बांट दिया है। कांग्रेस पार्टी यह सुनिश्चित कर रही है कि सब लोग एक साथ आए। भाजपा की विचारधारा नफरत की विचारधारा है और हमारी विचारधारा नफरत के खिलाफ मोहब्बत की दुकान की विचारधारा है। उन्होंने आगे कहा कि इस यात्रा में हमने एक और शब्द जोड़ दिया है और वह शब्द है ‘‘न्याय“ क्योंकि हमारी यात्रा का मकसद हर वर्ग को ‘न्याय’ दिलाने का है। इसलिए हम भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। राहुल गांधी ने पचोर, सारंगपुर, शाजापुर टंकी चौराहा से एचपी पेट्रोल पंप तक रोड शो किया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/सुनील